सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने अपने पदाधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई सोमवार को भी जारी रखी. पार्टी के शीर्ष नेता ओ पनीरसेल्वम और के पलानीस्वामी ने करीब 100 पदाधिकारियों को पार्टी की ‘प्रतिष्ठा’ को ठेस पहुंचाने के कारण निष्कासित किया.
दोनों नेताओं ने 117 सदस्यों को निष्कासित करने की घोषणा की. ये सदस्य पार्टी की शिवगंगा जिला इकाई और इसकी उप इकाइयों से हैं. इनमें पूर्व विधायक के. के. उमादेवन और सीटी पलानीचामी शामिल हैं.
अन्नाद्रमुक के समन्वयक पनीरसेल्वम और इसके सह समन्वयक पलानीस्वामी ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि उन सदस्यों को अन्नाद्रमुक से इसलिए निष्कासित किया गया क्योंकि वे पार्टी के सिद्धांतों के विरुद्ध गए और उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया.
हर दिन चल रहा है बागी सदस्यों को निकालने का काम
उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे निष्कासित सदस्यों के साथ कोई सरोकार न रखें.
पलानीस्वामी और पनीरसेल्वम के धड़ों का अगस्त 2017 में विलय हुआ था. उन्होंने पिछले महीने आर के नगर विधानसभा उपचुनाव टीटीवी दिनाकरण के जीतने के बाद पार्टी के खिलाफ जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी.
उन्होंने पहले भी बड़ी संख्या में पदाधिकारियों को पार्टी से निकाला है और दिनाकरण के करीबियों के पद छीने हैं. शनिवार को दोनों नेताओं ने तूतीकोरिन जिले के 144 पदाधिकारियों को निकाल दिया था. वहीं 26 जनवरी को भी 58 लोगों को निलंबित किया था. इस लिहाज से देखें तो अब तक कुल 379 पदाधिकारियों को पार्टी से निकाला जा चुका है.
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