संसद भवन में मंगलवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब बाहर गेट पर एक टैक्सी बैरिकेड से टकरा गई. सूत्रों के अनुसार इस घटना के बाद वहां तैनात सुरक्षाबल तुरंत हरकत में आ गए और उन्होंने फौरन अलर्ट जारी किया. तमाम सुरक्षा एजेंसियां भी मुस्तैद हो गईं.
सीआरपीएफ की क्विक एक्शन टीम ने आनन-फानन में संसद के गेट पर अपनी पोजीशन ले ली और एंट्री को घेर लिया. इसके बाद टैक्सी की जांच की गई. जांच में पता चला कि यह एक प्राइवेट टैक्सी थी, जिसका इस्तेमाल सांसद करते हैं. छानबीन में सब सामान्य पाए जाने पर अलर्ट रद्द कर दिया गया.
दरअसल जब यह घटना हुई उस वक्त संसद सत्र के छठे दिन की कार्यवाही शुरू होने वाली थी.
बता दें कि 13 दिसंबर, 2001 को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के 5 उच्च प्रशिक्षित आतंकवादियों ने संसद भवन पर हमला बोल दिया था. वो नकली स्टिकर लगाकर कार से अंदर घुसे थे और वहां उन्होंने ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी थी.
तब वीर जवानों ने मुठभेड़ में पांचों आतंकवादियों को मार गिराया था. हालांकि इस हमले में 9 लोगों की मौत हो गई थी.
हमले के वक्त संसद के दोनों सदनों में कई केंद्रीय मंत्री और सांसद मौजूद थे.
इस आतंकी घटना के बाद संसद की उच्च स्तरीय सुरक्षा की जरूरत पर विशेष बल दिया गया था और इसके लिए जरूरी कदम उठाए गए थे.
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