भारतीय निर्वाचन आयोग ने मिजोरम में 32 मतदान केंद्रों की पहचान संवेदनशील और 38 की अति संवेदनशील के रूप में की है. राज्य में 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने वाले हैं.
मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 1164 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें 32 मतदान केंद्रों की पहचान संवेदनशील और 38 की अति संवेदनशील के तौर पर की गई है. राज्य के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी जोराममुआना ने बताया कि राज्य की सशस्त्र पुलिस के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 40 टुकड़ियों को भी संवेदनशील और अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर तैनात किया जाएगा.
चुनाव अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण चल रहा है जबकि राज्य चुनाव तंत्र स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है. इस बीच, राज्य में चुनाव प्रचार जोरों पर है. मुख्यमंत्री लाल थनहवला, पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्षी एमएनएफ अध्यक्ष जोरामथंगा ना केवल अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों बल्कि राज्य के अन्य हिस्सों में भी प्रचार कर रहे हैं.
वहीं मिजोरम में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कई राजनीतिक दलों ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एस बी शशांक पर मिजोरम विरोधी होने और राज्य में दशकों तक शांतिपूर्ण चुनाव कराने के रिकॉर्ड को बिगाड़ने का आरोप लगाया है. इस बीच चुनाव आयोग ने शशांक की जगह किसी अन्य अधिकारी की तैनाती के अपने फैसले की घोषणा की. ऐसा पहली बार हुआ है कि राजनीतिक दलों ने सीईओ की खुलकर आलोचना की है. उन पर मिजोरम में 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदान करने के लिए त्रिपुरा के राहत शिविरों में रह रहे ब्रू समुदाय के मतदाताओं को कथित तौर पर गलत ढंग से सुविधा प्रदान करने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है.
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