आज यानी विश्वसरैया का जन्मदिन है. इस मौके पर गूगल ने विश्वेश्वरैया का डूडल बनाया है. सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया आधुनिक भारत के सबसे बड़े इंजीनियार थे. साल 1860 में कर्नाटक के कोलार में जन्मे विश्वश्वरैया ने भारत के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया है. इसे ही देखते हुए साल 1955 में उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया गया.
Nation remembers Bharat Ratna M. Visvesvaraya on his birth anniversary. We celebrate 15th september as #EngineersDay in admiration of the achievements of Sir #MVisvesvaraya. pic.twitter.com/UzGdGAm7IJ
— All India Radio News (@airnewsalerts) September 15, 2018
हमारे देश में उनका जन्मदिन 'इंजीनियर यानी अभियंता दिवस' के रूप में मनाया जाता है. वह एक बेहतरीन इंजीनियर थे. विश्वेश्वरैया की प्रारंभिक शिक्षा मैसूर से ही पूरी हुई. जबकि आगे की पढ़ाई करने के लिए वह बंगलूर के सेंट्रल कॉलेज आ गए.
पढ़ाई पूरी होने के बाद विश्वेश्वरैया ने देश की ढ़ांचागत विकास में बहुत बड़ा योगदान दिया. इतना कि उन्हें भारतीय विकास के जनक के रूप में देखा जाने लगा.
उन्होंने कई जरूरी कामों को करते हुए नदियों पर बांध, ब्रिज और पीने के पानी की स्कीम आदि को बनाया. कृष्ण राजा सागर बांध के बनाने में इनकी भूमिका अहम रही है
विश्वेश्वरैया नें मैसूर में लड़कियों के लिए अलग से हॉस्टल और पहला फर्स्ट ग्रेड कॉलेज, महरानी कॉलेज खुलवाने का श्रेय जाता है. इसके अलावा एशिया के बेस्ट प्लान्ड लेआउट्स में जयानगर, जो कि बेंगलुरु में स्थित है, इसकी पूरी डिजाइन और बनाने का श्रेय सर एम. विश्वेश्वरैया को ही जाता है.
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