भगोड़े बिजनेसमैन विजय माल्या के जब्त हो चुके लग्जरी जेट को आखिरकार उसका खरीददार मिल गया है. खरीददारी की यह प्रक्रिया नीलामी के तहत हुई. साल 2016 से ही नीलामी की तीन नाकाम कोशिशों के बाद सर्विस टैक्स अथॉरिटी ने फ्लोरीडा की एक एविऐशन मैनेजमेंट सेल्स को उच्चतम बोली लगाने के बाद जेट उनके नाम कर दिया है.
जेट को खरीदने के लिए फ्लोरीडा की इस कंपनी ने 34.08 करोड़ ( 5.05 मिलियन डॉलर) की बोली लगाई थी. वहीं नीलामी की शुरुआत ही 1.9 मिलियन डॉलर से की गई थी.
इससे पूर्व नीलामी की आखिरी प्रक्रिया मार्च, 2017 में हुई थी. मुंबई एयरपोर्ट ऑपरेटर एमआइएएल (MIAL) ने बंबई हाईकोर्ट में यह मामला रखा था कि जेट को रखने के लिए पर्याप्त जगह की आवश्यकता होती है. ऐसे में जगह का एक बहुत बड़ा हिस्सा जेट ले लेता है. ऊपर से उसे रखने और देख-रेख करने का खर्च अलग है इसलिए उसे घाटे का सामना करना पड़ रहा है. बता दें की हर रोज मुंबई एयरपोर्ट को 13 से 14 हजार का नुकसान सहना पड़ता था.
इसके बाद बंबई हाईकोर्ट ने इस जेट को बेचने के लिए साल 2018 में मामला कर्नाटक हाईकोर्ट स्थानांतरित कर दिया, क्योंकि किंगफिशर एयरलाइंस एक बेंगलुरु बेस्ड कंपनी है. कर्नाटक हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद जेट को बेचने का दबाव सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट पर ज्यादा हो गया.
गौरतलब है कि यह नीलामी कारोबारी विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस पर बकाया सर्विस टैक्स की रिकवरी के तहत की गई थी. यह प्राइवेट जेट बेहद शानदार है. इसकी कीमत करीब 100 मिलियन डॉलर थी और जेट ने पिछले कई सालों से उड़ान नहीं भरी थी, जिसके चलते इसकी नीलामी इतने कम में की गई.
असम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रैली में कहा था कि सीआरपीएफ जवानों का त्याग बेकार नहीं जाएगा क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं बल्कि बीजेपी की सरकार है.
मनमोहन सिंह ने कहा कि किसानों के जरिए आत्महत्या करने और किसान आंदोलन के कारण अर्थव्यवस्था असंतुलन के बारे में पता चलता है.
शहीद के परिवार से मुलाकात करने के बाद योगी आदित्यनाथ ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया
आदिल के पिता गुलाम ने कहा, 'हम CRPF के जवानों की मौत की खुशी नहीं मना रहे. हम परिवारों का दर्द समझते हैं, क्योंकि यहां हम सालों से हिंसा का सामना कर रहे हैं
प्रदर्शन करने वाले लोगों के हाथ में तिरंगा भी नजर आ रहा है और उनके चेहरे पर पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है