गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई की वजह से हुई मासूमों की मौत मामले में फरार चल रहे बाल स्वास्थ्य विभाग के हेड डॉ. कफील को यूपी एसटीएफ ने शनिवार को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया.
शुक्रवार को ही डॉ कफील के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था. जिसके बाद पुलिस ने कहा था कि अगर डॉ कफील सात दिन के अंदर सरेंडर नहीं करते हैं तो उनके घर की कुर्की की जाएगी.
बता दें इस मामले में निलंबित प्रिंसिपल डॉ राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी डॉ पूर्णिमा शुक्ला को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जा चुका है.
बता दें मुख्य सचिव राजीव कुमार की जांच रिपोर्ट के बाद लखनऊ के हजरतगंज थाने में 9 लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसी के बाद से डॉ कफील फरार थे. निलंबित प्रिंसिपल डॉ मिश्रा और उनकी पत्नी को पुलिस ने कानपुर से गिरफ्तार किया था. इस मामले में अभी भी छह आरोपी फरार चल रहे हैं.
100 बेड वार्ड के अधीक्षक रहे डॉ कफील खान के घर केस दर्ज होने के बाद से पुलिस छह बार दबिश दे चुकी थी. पुलिस ने उनकी पत्नी से बातचीत कर विवेचना में सहयोग की भी अपील की थी. लेकिन फरार डॉ. कफील सामने नहीं आए. हालांकि इस दौरान वे सोशल मीडिया के जरिए ही वह अपने को बेगुनाह बताते रहे.
अब इस मामले में पुष्प सेल्स के मनीष भंडारी, कॉलेज के एनेस्थीसिया विभाग के हेड डॉ सतीश, और कॉलेज के कर्मचारी लिपिक सुधीर, उदय और संजय अभी भी फरार चल रहे हैं.
(साभार: न्यूज़18)
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