एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) संशोधन विधेयक के खिलाफ मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अगड़ी जातियों के एक दर्जन से ज्यादा संस्थाएं रैली निकालने वाली हैं. साथ ही 6 सितंबर को भारत बंद का ऐलान भी किया गया है. एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ मंगलवार को बुलाई गई इस रैली के मद्देनजर प्रशासन हाई अलर्ट पर है. प्रशासन को डर है कि रैली के विरोध में दलित समुदाय के युवा भी प्रदर्शन कर सकते हैं और अगर ऐसा होता है तो हिंसा भड़क सकती है.
ग्वालियर में सामान्य, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी कर्मचारी संस्था (SAPAKS) एक बड़ी रैली कर रहा है. जिसमें पूरे प्रदेश से लोगों के आने की उम्मीद है. गौरतलब है कि एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दलित संगठनों ने 2 अप्रैल को भारत बंद किया था. जिसमें हिंसा के दौरान कई लोगों की मौत हो गई थी.
इसके बाद से ही सवर्ण समुदाय एकजुट हो रहा है. कुछ समय में ही मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी पर ये आंदोलन भारी पड़ सकता है, क्योंकि आंदोलनकारियों ने विधानसभा चुनावों में दोनों दलों का विरोध करने का ऐलान किया है.
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