Update 3: उधर पुलिस फायरिंग में हुई 13 लोगों की हत्या के खिलाफ एम के स्टालिन अन्य पार्टी नेताओं के साथ तमिलनाडु सचिवालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं.
DMK Working President MK Stalin with other party leaders staging a protest outside Tamil Nadu secretariat over #SterliteProtests in #Thoothukudi. 13 people have died in the firing by police during protests on May 22 & more than 70 people are undergoing treatment. pic.twitter.com/FPGzEEgLR8
— ANI (@ANI) May 24, 2018
Update 2: इस मामले में तमिलनाडु के एडवोकेट ने दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है. इस याचिका में अपील की गई है कि एनएचआरसी पुलिस या मुख्यसचिव से रिपोर्ट मांगने की बजाय खुद तूतूकुड़ी जाए और अलग से जांच करवाए. कोर्ट शक्रवार को इस याचिका पर सुनवाई कर सकता है
A Tamil Nadu based advocate moved a plea in Delhi HC seeking its direction to NHRC to visit the location and conduct separate inquiry into #Thoothukudi violence, instead of asking for report from state police & Chief Secy of the state. Court likely to hear the petition tomorrow.
— ANI (@ANI) May 24, 2018
Update 1: डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा कि 12 मासूम लोगों की मौत के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. सीएम तूतूकुड़ी जाकर लोगों से मिले भी नहीं. इसलिए हमारी डिमांड है कि सीएम को अपने पद से इस्तीफा दें
Even after death of 12 innocent people, no action has been taken against the culprits. CM has become ineffective. He did not bother to visit the dist & meet the people. Therefore, we demand that CM must resign immediately, DGP Rajendran must resign too: MK Stalin, DMK President. pic.twitter.com/suO0U2mOdG
— ANI (@ANI) May 24, 2018
तमिलनाडु के तूतीकोरीन में मंगलवार को हुए हिंसक प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है. जबकि 70 से ज्यादा लोग घायल हैं. गंभीर हालात को देखते हुए शहर में जगह-जगह सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक हिंसा में शामिल होने के आरोप में अब तक 67 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं शहर में अगले पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई है. ये सेवा बुधवार रात 9 बजे से बंद की गई है.
Tamil Nadu: Death toll rises to 13 in the firing by police during #SterliteProtests on May 22 & more than 70 people are undergoing treatment. No fresh protest has been reported overnight. Police has been deployed in large numbers in the sensitive coastal areas. #Thoothukudi pic.twitter.com/U2BKMrJAFP
— ANI (@ANI) May 24, 2018
उधर पुलिस फायरिंग में मारे गए 13 लोगों की मौत के खिलाफ डीएमके ने 25 मई को तमिलनाडु बंद बुलाया है. साथ ही पार्टी ने मांग की है स्टरलाइट प्लांट को हमेशा के लिए बंद कर दिया जाए. बता दें इससे पहले बुधवार को मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने स्टरलाइट प्लांट में तांबा गलाने की नई यूनिट के निर्माण पर रोक लगा दी थी.Tamil Nadu: Internet services to remain suspended for 5 days in #Thoothukudi. The services were suspended from 9 pm yesterday. Till now, 67 people have been arrested for indulging in violence. #SterliteProtests pic.twitter.com/hVfk1zZBVk
— ANI (@ANI) May 24, 2018
Tamil Nadu: DMK to observe statewide shut down on May 25 in protest against the killing of 13 people in the firing by police on May 22 and AIADMK led State govt. The party will also demand that #Sterlite copper smelter plant in #Thoothukudi be shut down permanently.
— ANI (@ANI) May 24, 2018
डीएमके के बाद अब कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने भी इस हिंसक प्रदर्शन की तुलना जलियांवाला बाग से की है. गुलाम नबी आजाद ने कहा कि 'राज्य सरकार को पता था कि ये प्रदर्शन का 100वां दिन है. इसमें जरूर कुछ बड़ा होगा. उन्हें कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ इंतजाम करके रखने चाहिए थे. लेकिन उन्होंने गोलीबारी का सहारा लिया. ये जलियां वाला बाग की तरह नरसंहार था.' इससे पहले डीएमके के एक नेता ने भी इस गोलीबारी की तुलना जलियांवाला बाग से की है. और सभी दलों से इस घटना के खिलाफ 25 मई को विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था.
State govt knew that this being 100th day of agitation, it's going to be bigger. They should've made better arrangements to maintain law & order but nothing was done. They simply resorted to firing. It was a massacre, almost like Jallianwala Bagh: Ghulam Nabi Azad #Thoothukudi pic.twitter.com/QtOkxbMFtx
— ANI (@ANI) May 24, 2018
उधर तमिलनाडु प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर को स्टरलाइंट प्लांट की पावर सप्लाई बंद करने के निर्देश दिए हैं. टीएनपीसीबी ने अपने आदेश में कहा कि निरीक्षण में यह पाया गया कि प्लांट की यह यूनिट अपना प्रोडक्शन ऑपरेशन दोबारा शुरू करने की दिशा में काम कर रही थी.
Tamil Nadu Pollution Control Board has directed Dist collector of #Thoothukudi to disconnect power supply to Sterlite Copper’s smelter. Board found the unit was 'carrying out activities to resume production' despite being told not to do so until its licence to operate is renewed.
— ANI (@ANI) May 24, 2018
बता दें तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर कंपनी का स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं. स्थानीय लोगों और पर्यावरणीय अधिकारों की रक्षा करने वाले समूहों का कहना है कि इस प्लांट की वजह से ग्राउंड वॉटर और वायु प्रदूषित हो रहा है. ये कंपनी कॉपर का खनन करती है. प्लांट की यूनिट में एक स्मेल्टर, एक रिफायनरी, एक फास्फोरस एसिड प्लांट, एक कॉपर रॉड प्लांट और तीन कैप्टिव पावर प्लांट शामिल हैं.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.
May 24, 2018
सरकार के मॉनिटरिंग ऑफिसर गगनदीप सिंह बेदी ने कहा कि वेदांत के स्टरलाइट प्लांट को बिजली की सप्लाई रोक दी गई है.
तमिलनाडु के सीएम पलानीसामी ने कहा ट्वीट करके तूतीकोरिन में हुई गोलीबारी को सही ठहराया है. उन्होंने लिखा है कि अगर कोई आपको मारता है तो निश्चित है कि आपको खुद को बचाने की कोशिश करेंगे. इस तरह के हालात में कोई भी प्री-प्लान तरीके से काम नहीं करता है.
हिरासत में लिए जाने के बाद एमके स्टालिन ने कहा, 'मैं गिरफ्तार होने से डरता नहीं हूं. मुझे पता था यह सब होने वाला है. वो लोग पहले ही 13 लोगों को मार चुके हैं. वे चाहें तो मुझे भी मार सकते हैं. डीएमके और कांग्रेस तूतीकोरिन के लिए लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं, वहां स्थिति बेहद भयावह है. कलेक्टर ने नाम के लिए कुछ बदलाव किए हैं लेकिन पुलिस के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया है. मुख्यमंत्री ने अब तक पीड़ितों से मुलाकात नहीं की है इसी से पता चलता है कि यह सरकार कितनी भयावह है. हमने एमजीआर, अन्ना, कामराज और कलाइंगर की सरकारें देखी हैं. जब वे सत्ता में थे ऐसी परिस्थितियों में मुख्यमंत्री कम से कम एक्शन तो लेते थे.'
मीडिया को संबोधित करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी ने कहा कि तूतीकोरिन में लंबे समय से प्रदर्शन चल रहा है लेकिन हिंसा कभी नहीं हुई. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों ने तूतीकोरिन में हिंसा भड़काई है. उन्होंने कहा कि एमके स्टालिन ने उनसे मिलने के लिए कोई अपॉइंटमेंट नहीं मांगा था और उनके ऑफिस के बाहर डीएमके लीडर का हंगामा महज एक राजनीतिक ड्रामा था.
उधर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा तूतीकोरिन में लोगों की मृत्यु को लेकर मैं बहुत दुखी हूं. पीएम मोदी भी मामले को लेकर चिंतित हैं. हालात ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने इस मामले में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है.
सीएम ईके पलानीसामी ने तूतूकुड़ी में प्रदर्शनकारियों पर हुई फायरिंग को उचित ठहराया है. मामले पर सफाई देते हुए पलानीसामी ने कहा अगर किसी पर हमला किया जाता है तो वो खुद के बचाव में कोई न कोई कदम उठाता है. यही कदम पुलिस ने मंगलवार को उठाया.
हंगामें के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलानीसामी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में जो कुछ भी हुआ वो केवल इसलिए हुआ क्योंकि कुछ पार्टी, एनजीओ औऱ असमाजिक तत्व प्रदर्शनकारियों को गलत रास्ते पर ले गए.
जानकारी के मुताबिक तूतूकुड़ी के जनरल अस्पताल में भर्ती हिंसा प्रभावितों से मिलने जा सकते हैं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी. स्टरलाइट प्लांट के खिलाफ मंगलवार को हुए हिंसक प्रदर्शन में 13 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 70 लोग घायल बताए जा रहे हैं.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानी स्वामी के ऑफिस के बाहर गुरुवार को हुए तमाशे के बाद डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन को सीएम ऑफिस परिसर से बलपूर्वक बाहर निकाला गया. वह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ सीएम से मिलने पहुंचे थे लेकिन इसकी अनुमति नहीं मिलने पर वह सीएम ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गए थे
तमिलनाडु के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर संदीप नंदुरी ने कहा कि स्थिति को नॉर्मल करना मेरी पहली प्राथमिकता है. जहां तक जांच की बात है तो वो सरकार द्वारा नियुक्त जज करेंगे
तमिलनाडु सचिवालय के बाहर स्टालिन को हिरासत में लेने के बाद डीएमके कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झड़प हुई. एमके स्टालिन डीएमके नेताओं के साथ सीएम के इस्तीफे की मांग करते हुए सचिवालय के बाहर धरने पर बैठे थे.
तमिलनाडु सचिवालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. मंगलवार को तूतूकुड़ी में हुए हिंसक प्रदर्शन में 13 लोगों की मौत के बाद एम के स्टॉलिन अपनी पार्टी के अन्य नेताओं के साथ यहां धरने पर बैठे थे.