साल 2019 सूर्य ग्रहण और चंद्रगहण के मामले में बहुत खास है. 6 जनवरी को सूर्य ग्रहण हुआ था और अब 20-21 जनवरी को पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने वाला है. हालांकि 6 जनवरी को हुआ सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दिया था.
न्यूज18 के मुताबिक 21 जनवरी को होने वाले चंद्र ग्रहण को वैज्ञानिकों ने सुपर ब्लड वूल्फ मून नाम दिया है. यह केवल अफ्रीका, यूरोप,उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका और मध्य प्रशांत में ही दिखाई देगा.
नासा ने भविष्यवाणी की है कि समग्रता 20 जनवरी को रात 9:12 बजे होगी और लगभग एक घंटे तक रहेगी. पूरा अनुभव, ग्रहण की शुरुआत से अंत तक, तीन घंटे और 17 मिनट तक रहेगा.
गौरतलब है कि सूरज और चांद के बीच जब धरती आ जाती है तो इस स्थिति को चंद्र ग्रहण कहा जाता है. जब चांद धरती की छाया से निकलता है तो चंद्र ग्रहण पड़ता है. वहीं जैसे-जैसे चांद धरती के नजदीक आता है तो उसका रंग और भी चमकीला और गहरा हो जाता है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह के चंद्र ग्रहण में चांद सामान्य दिनों की तुलना में 14 फीसदी बड़ा और 30 फीसदी से ज्यादा चमकीला नजर आता है. जिसके कारण चांद सुर्ख लाल (गहरा भूरा) रंग का हो जाता है. रात के अंधेरे में यह नजारा काफी अद्भुत होता है. जिसके कारण इसे ब्लड मून भी कहा जाता है.
ये भी पढ़ें: अयोध्या मामले की सुनवाई 10 जनवरी से होगी, 5 जजों की संवैधानिक बेंच करेगी सुनवाई
ये भी पढ़ें: 'सरकार भले ही न माने लेकिन जीत तो आलोक वर्मा की हुई है'
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.