राज्यसभा से अयोग्य करार दिए गए शरद यादव को सरकारी बंगले का लाभ मिले या नहीं, इस मामले पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने मामला दिल्ली हाईकोर्ट को भेजते हुए इस पर सुनवाई करने का आदेश दिया दिया.
Supreme Court asks Delhi High Court to hear and expedite Sharad Yadav's plea challenging his disqualification from Rajya Sabha.
— ANI (@ANI) June 7, 2018
इसके साथ ही दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले में थोड़ा सुधार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 'शरद यादव सैलरी, भत्ता और अन्य सुविधाएं जैसे कि हवाई और रेल टिकट नहीं ले सकते.' शीर्ष अदालत ने इस मामले में शरद यादव को 12 जुलाई तक की राहत प्रदान की. उल्लेखनीय है कि पूर्व जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव को दिल्ली हाई कोर्ट ने अपने अंतरिम फैसले में सरकारी बंगले में रहने की छूट दी हुई है. हाईकोर्ट के इस फैसले को जेडीयू के चीफ व्हिप रामचंद्र प्रसाद ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.
Plea challenging Delhi HC order allowing Sharad Yadav to retain official residence: SC partially modified Delhi HC's order, says 'Sharad Yadav won't get salary, allowances & other facilities like air & rail ticket'. SC grants him relief till July 12. (file pic) pic.twitter.com/QwBOesBu5S
— ANI (@ANI) June 7, 2018
शीर्ष अदालत ने 18 मई को जेडीयू के राज्य सभा सांसद रामचंद्र प्रसाद सिंह की याचिका पर शरद यादव को नोटिस जारी किया था. जस्टिस आदर्श कुमार गोयल और जस्टिस अशोक भूषण की अवकाशकालीन पीठ ने बुधवार को कहा कि इस याचिका पर कल (गुरुवार) सुनवाई की जाएगी.
शरद यादव के वकील ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया गया था कि उनकी सदस्यता जाने के पहले उन्हें अपना पक्ष रखने का कोई मौका नहीं दिया गया. शरद यादव की इस दलील का विरोध करते हुए जेडीयू नेता रामचंद्र प्रसाद ने कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने दल-बदल कानून का उल्लंघन किया है.
शरद यादव और अली अनवर को 4 दिसंबर 2017 को राज्यसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिया गया था. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरजेडी से नाता तोड़कर जब बीजेपी के साथ सरकार बनाई थी तो शरद यादव इस फैसले का विरोध करते हुए विपक्षी दलों के साथ चले गए थे. इसके बाद जेडीयू ने राज्यसभा के सभापति से मांग की कि शरद यादव और अली अनवर ने खुद पार्टी छोड़ी है इसलिए उनकी राज्यसभा सदस्यता खत्म की जाए. बाद में इन दोनों नेताओं को अयोग्य करार दिया गया था.
भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए सरकार ने करोल बाग के होटलों की जांच कराई है, 13 फरवरी को दिल्ली सरकार की एक टीम ने 23 होटलों की जांच की, इसमें से 13 होटल मानकों पर खरे नहीं उतरे
वाराणसी से लौट रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में दिल्ली से लगभग 200 किलोमीटर दूर और टुंडला जंक्शन से 18 किलोमीटर पहले अचानक खराबी आ गई
15 फरवरी के दिन ही अमिताभ की पहली फिल्म ‘सात हिंदुस्तानी’ रिलीज हुई थी
RP-SG Sports honour Awards शनिवार को आयोजित होना था, कोहली की फाउंडेशन की है भागीदारी
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की तरफ से क्राउन प्रिंस की यात्रा एक दिन देर से होने से बात कही गई हालांकि ऐसा क्यों हुआ उसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई