आतंकवाद के कथित फंडिंग से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के 10 साल पुराने मामले में गिरफ्तार किए गए कश्मीरी अलगाववादी नेता शब्बीर शाह ने अदालत से कहा है कि जेल में उनकी जान को खतरा है.
उन्होंने एडिशनल सेशन जज सिद्धार्थ शर्मा की अदालत में अर्जी देकर मांग की कि जेल अधीक्षक को जेल में उनकी सुरक्षा पक्की करने और जरूरी दवाइयां देने का निर्देश दिया जाए.
इस अर्जी के मुताबिक शाह को कई बीमारियां हैं और उन्हें नियमित दवाइयों की जरूरत है लेकिन जेल प्रशासन उन्हें दवाइयां नहीं उपलब्ध करा रहा है. उनकी इस अर्जी पर 14 अगस्त को उनके जमानत अर्जी के साथ सुनवाई होगी.
शाह ने वकील एस के खान के जरिए यह अर्जी लगायी है.
उसमें कहा गया है, 'उन्हें उस कोठरी में डाला गया है जहां दूसरे कैदी उनपर अपना गुस्सा जाहिर करते हैं और घटिया बातें कहते हैं. इस बात की आशंका है कि उनके साथ कोई बुरी घटना हो सकती है.'
कश्मीर में आतंकवाद को फंडिंग मामले में आरोप है शाह
शाह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. उन्हें 25 जुलाई को ईडी ने गिरफ्तार किया था. उससे एक दिन पहले ही हुर्रियत कांफ्रेंस के कई नेता कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए आतंकवाद के कथित फंडिंग के मामले गिरफ्तार किए गए थे.
शाह को अगस्त, 2005 के मामले में गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने कथित हवाला डीलर मोहम्मद असलम वानी को गिरफ्तार किया था. स्पेशल ब्रांच ने दावा किया था कि असलम के पास से 63 लाख रुपए मिले थे जिसमें से 52 लाख रुपये शाह को पहुंचाए जाने थे. असलम फिलहाल 14 अगस्त तक के लिए ईडी की हिरासत में है.
शिवपाल ने पीएम मोदी से अपील की है कि उन्हें एक फौजी के बदले 10 आतंकियों का सिर लाना चाहिए
भारतीय वायुसेना की ओर से भारत-पाकिस्तान सीमा के पास युद्धाभ्यास आयोजित किया गया.
उन्होंने कहा, 'इन लोगों ने जो गब्बर सिंह टैक्स लागू किया है, उसे बदलकर हम सच्चा जीएसटी बना देंगे.'
अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष ने सिद्धू को बर्खास्त नहीं किया तो यह माना जाएगा कि उन्होंने 'राहुल गांधी के निर्देश पर' बयान दिया.
कुछ असमाजिक तत्व भारत के वीर की आड़ में लोगों से धोखाधड़ी कर रहे हैं. इससे बचने के लिए वेबसाइट के जरिए ही पेमेंट करें