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Republic Day 2019: आखिर क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस, जानें 10 खास बातें

आजादी के बाद देश को चलाने के लिए डॉ भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में हमारे देश का संविधान लिखा गया जिसे लिखने में पूरे 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे थे

Updated On: Jan 25, 2019 02:31 PM IST

FP Staff

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Republic Day 2019: आखिर क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस, जानें 10 खास बातें

गणतंत्र दिवस देश में हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है. इस बार 70वें गणतंत्र दिवस पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा मुख्य अतिथि होंगे. रामफोसा के साथ उनकी पत्नी डॉ. शेपो मोसेपे, 9 मंत्रियों सहित उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल, वरिष्ठ अधिकारी और 50 सदस्यों का व्यावसायिक प्रतिनिधिमंडल भी होगा. दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड आयोजित होती है.

यह परेड 8 किमी की होती है और इसकी शुरुआत रायसीना हिल से होती है. उसके बाद राजपथ, इंडिया गेट से होते हुए ये लाल किला पर समाप्‍त होती है. आजादी के बाद देश को चलाने के लिए डॉ भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में हमारे देश का संविधान लिखा गया जिसे लिखने में पूरे 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे थे. हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 को हमारे देश पर लागू हुआ, फिर इसी उपलक्ष्य में हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने लगे. आइए जानते हैं गणतंत्र दिवस की 10 खास बातें-

26 जनवरी 1950 को सुबह 10.18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया.

गणतंत्र दिवस की पहली परेड 1955 को दिल्ली के राजपथ पर आयोजित की गई थी.

भारतीय संविधान की दो प्रत्तियां हिन्दी और अंग्रेजी में हाथ से लिखी गई.

पूर्ण स्वराज दिवस (26 जनवरी 1930) को ध्यान में रखते हुए भारतीय संविधान 26 जनवरी को लागू किया गया था.

भारतीय संविधान की हाथ से लिखी मूल प्रतियां संसद भवन के पुस्तकालय में सुरक्षित रखी हुई हैं.

भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने गवर्नमेंट हाऊस में 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी.

गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं और हर साल 21 तोपों की सलामी दी जाती है.

इसके बाद 29 जनवरी को विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है जिसमें भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के बैंड हिस्सा लेते हैं. यह दिन गणतंत्र दिवस के समारोह के समापन के रूप में मनाया जाता.

गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री अमर ज्योति पर शहीदों को श्रद्धाजंलि देते हैं, जिन्होंने देश के आजादी में बलिदान दिया.

परेड में विभिन्न राज्यों की प्रदर्शनी भी होती हैं, प्रदर्शनी में हर राज्य के लोगों की विशेषता, उनके लोक गीत व कला का दृश्यचित्र प्रस्तुत किया जाता है. हर प्रदर्शिनी भारत की विविधता व सांस्कृतिक समृद्धि प्रदर्शित करती है.

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