देश की सबसे बड़ी इस्पात कंपनी सेल ने रविवार को कहा कि उसकी ओर से रेलवे को आपूर्ति की गई रेल पूरी तरह ‘खामी रहित’ हैं. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी में ट्रैक बनाने के लिए क्वालिटी कंट्रोल के उच्च स्तर को अपनाया जाता है.
सेल का यह बयान ऐसे समय आया है जब रेलवे ने सेल से ट्रैक की आपूर्ति में कमी रहने के मद्देनजर ग्लोबल टेंडर आमंत्रित किया है.
सेल के एक अधिकारी ने कहा, ‘रेल का उत्पादन एक जटिल कई चरणों की प्रक्रिया है. सेल में रेल ट्रैक की प्रोसेसिंग में उच्चस्तर की गुणवत्ता प्रक्रिया को अपनाया जाता है. इसके तहत करीब 15 प्रतिशत कार्य प्रगति को तो उत्पादन के विभिन्न चरणों में अलग कर दिया जाता है.’
पांच दशकों से रेल की आपूर्ति कर रहा है सेल
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी सेल रेलवे को रेल की आपूर्ति करने वाली एकमात्र आपूर्तिकर्ता है. सेल की ओर से करीब पांच दशकों से रेलवे को रेल की आपूर्ति की जा रही है.
अधिकारी ने दावा किया कि सेल की ओर से भारतीय रेलवे को आपूर्ति की जाने वाली शत प्रतिशत रेल की जांच तीसरे पक्ष से कराई जाती है. यह पूरी तरह खामी रहित प्रक्रिया है. रेलवे ने हाल में कहा था कि उसने सेल से रेल की आपूर्ति में कमी की वजह से चार लाख टन रेल की आपूर्ति के लिए ग्लोबल टेंडर निकाली है.
रेल राज्यमंत्री राजन गोहेन ने हाल में राज्यसभा को सूचित किया था कि 2017-18 के लिए भारतीय रेल की जरूरत 14.59 लाख टन की है. सेल ने इस दौरान 9.5 लाख टन रेल की आपूर्ति करने की प्रतिबद्धता जताई है. ऐसे में इस कमी की भरपाई के लिए रेलवे ने वैश्विक निविदा निकाली है.
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