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Pulwama Attack का राज खोलेगी लाल Eeco कार और JeM को ना कह चुका युवक

दूसरी बसों में बैठे CRPF के जवानों ने बताया कि लाल रंग की ईको कार काफिले की सबसे आखिरी बस को अपना निशाना बनाना चाहती थी लेकिन जब वो इसमें नाकाम रही तो उसने तीसरे नंबर की बस को टक्कर मार दी

Updated On: Feb 17, 2019 12:12 PM IST

FP Staff

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Pulwama Attack का राज खोलेगी लाल Eeco कार और JeM को ना कह चुका युवक

Pulwama Attack: लाल रंग की ईको कार और एक लड़का आरजू बशीर जो शायद फिदायीन कार बॉम्बर हो सकता था. आज पुलवामा आतंकी हमले की जांच में सबसे अहम कड़ी हैं. 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में CRPF के 40 जवान मारे गए थे. खुफिया एजेंसियां इस मामले में हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है.

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CNN-News18 के मुताबिक, CRPF का जो दस्ता जा रहा था. उसमें बस नंबर 4 और बस नंबर 2 में बैठे जवानों ने लाल रंग की Eeco कार को देखा. यह वही कार थी जिसमें आदिल डाल बैठा था. इस घटना को देखने वालों ने कहा, 'उस का ड्राइवर लगातार दाएं और बाएं मोड़ रहा था. तीसरे नंबर की बस के सुरक्षाकर्मी लगातार उसे दूर जाने को कह रहे थे, लेकिन करीब दो मिनट तक बस के साथ चलने के बाद आदिल ने कार को बस में भिड़ा दिया.'

दूसरी बसों में बैठे CRPF जवानों ने बताया कि लाल रंग की ईको कार जम्मू से ही उनके काफिले का पीछा कर रही थी. वो काफिले की सबसे आखिरी बस को अपना निशाना बनाना चाहती थी लेकिन जब वो इसमें नाकाम रही तो उसने तीसरे नंबर की बस को टक्कर मार दी.

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आरजू बशीर क्यों हो सकता है अहम कड़ी?

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि फॉरेंसिक टीम और एनआईए को घटनास्थल से ईको कार का एक बंपर मिला जो कि चश्मदीदों की बताई हुई बात से मेल खाती है. वहीं इस जांच में आरजू बशीर को भी अहम कड़ी के तौर पर देखा जा रहा है. दरअसल जांच अधिकारी इस बात का भी पता लगाने में लगे हैं कि डार को विस्फोटक कहां से मिला? माना जा रहा है कि इस बात की जांच में आरजू बशीर उनकी मदद कर सकता है. ये बशीर वही है जिससे कभी जैश-ए-मोहम्मद ने उसी काम के लिए संपर्क किया था, जिसे अब आदिल डार ने अंजाम दिया.

2017 में भी मिली थी हमले की Hint

दरअसल इस मामले में बशीर ने 2017 में एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने बताया था कि जैश-ए-मोहम्मद ने उससे सेना के काफिले पर हमला करने के लिए संपर्क किया था. एक अधिकारी ने बताया कि जैश के जिस आदमी ने बशीर से संपर्क किया था और जिसने डार को विस्फोटक उपलब्ध कराया उसमें अगर कोई संबंध निकलता है तो इससे पुलवामा हमले के कई राज़ खुल सकते हैं.

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