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पूर्व राष्ट्रपति डॉ प्रणब मुखर्जी, नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका को भारत रत्न

नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका को यह सम्मान मरणोपरांत मिल रहा है

Updated On: Jan 25, 2019 09:24 PM IST

FP Staff

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पूर्व राष्ट्रपति डॉ प्रणब मुखर्जी, नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका को भारत रत्न

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारत रत्न के लिए तीन नामों का ऐलान कर दिया है. यह सम्मान नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका को मरणोपरांत दिया जाएगा. वहीं पूर्व राष्ट्रपति डॉ प्रणब मुखर्जी को भी भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा.

भारत रत्न, देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो राष्ट्र की सेवा में असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है. भारत रत्न के ऐलान के बाद पीएम मोदी ने तीनों ही नामचीन हस्तियों को बधाई दी.

पीएम ने कहा कि प्रणब मुखर्जी हमारे समय के उत्कृष्ट नेता हैं. उन्होंने काफी समय से देश की निस्वार्थ सेवा की है. वहीं भूपेन हजारिका के गीत पीढ़ियों से लोग सराहते आ रहे हैं. उनसे भाईचारे का संदेश जाता है. मुझे खुशी है कि उन्हें भारत रत्न मिला.

पीएम ने यह भी कहा, 'ग्रामीण विकास के लिए नानाजी देशमुख के महत्वपूर्ण योगदान ने हमारे गांवों में रहने वाले लोगों को सशक्त बनाया है. वह सच्चे अर्थों में भारत रत्न थे.'

कौन हैं पुरस्कार पाने वाली तीनों हस्तियां

प्रणब मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति रह चुके हैं. इसके अलावा वह भारत के वित्त मंत्री और विदेश मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उन्हें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में गिना जाता है. वह कांग्रेस की पहली कतार के नेता रहे.

नानाजी देशमुख प्रमुख समाजसेवी और भारतीय जनसंघ के नेता थे. 27 फरवरी 2010 को उनका निधन हो गया था. 1977 में उन्होंने मंत्री पद ठुकरा दिया था क्योंकि उनका मानना था कि 60 साल से ज्यादा के लोगों को सरकार से बाहर रहकर समाजसेवा करना चाहिए. अटल सरकार में उन्हें पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया था.

भूपेन हजारिका देश के मशहूर संगीतकार थे. वह खुद गीत लिखकर उसे संगीत देते थे और फिर खुद ही गाते थे. ओ गंगा तू बहती क्यों है और दिल हूम हूम करे जैसे गीत आज भी लोग याद करते हैं. यह हजारिका के संगीत का ही जादू था कि लाखों लोग उनके दीवाने थे. 5 नवंबर 2011 को उनका निधन हो गया था.

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