live
S M L

राष्ट्रद्रोह मामले में पुलिस ने जेएनयू छात्रों से की पूछताछ

स्पेशल सेल के अधिकारियों के सामने जेएनयू के मोहित पांडे, शहला राशिद, चिंटू कुमारी और कौशिक राज अपना बयान दर्ज कराने पहुंचे

Updated On: Apr 28, 2017 08:45 PM IST

IANS

0
राष्ट्रद्रोह मामले में पुलिस ने जेएनयू छात्रों से की पूछताछ

2016 में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की याद में एक कार्यक्रम रखा गया था. इस कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों ने देश विरोधी नारे लगाए थे.

इसके बाद दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह के मामले में जेएनयू छात्रसंघ के तत्कालीन अध्यक्ष कन्हैया कुमार के साथ-साथ उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य को गिरफ्तार किया था.

इस मामले में जेएनयू के कम से कम 30 छात्रों में को जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है.

किन-किन से की गई पूछताछ?

शुक्रवार को स्पेशल सेल के अधिकारियों के सामने जेएनयू के मोहित पांडे, शहला राशिद, चिंटू कुमारी और कौशिक राज अपना बयान दर्ज कराने पहुंचे. इनका बयान जेएनयू के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में दर्ज किया गया.

पिछले साल फरवरी में जेएनयू परिसर में भारत विरोधी नारा लगाने के मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘छात्रों को 28 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच 12 बजे से  एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में मौजूद रहने को कहा गया है.’

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘पुलिस ने जेएनयू परिसर की नौ फरवरी, 2016 की एक वीडियो फुटेज देखी. जिसके बाद पुलिस ने इन 30 छात्रों को जांच में शामिल होने के लिए कहा है. इन सभी के बयान जवाहर लाल नेहरू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य और अन्य के खिलाफ राष्ट्रद्रोह के आरोपों के निर्धारण के मामले में अहम भूमिका निभाएंगे.’

नोटिस की एक कॉपी जेएनयू के कुलपति को भी भेजी गई है.

मामले में अभी और जांच की जरूरत

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा चार्जशीट तैयार करने के बाद पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने जांच अधिकारियों को ताजा जांच शुरू करने का निर्देश दिया था. जिसके बाद इन छात्रों के बयान दर्ज कराए गए हैं.

अधिकारी ने कहा कि कानूनी शाखा ने चार्जशीट का अध्ययन करने पर पाया कि मामले में अभी और जांच की जरूरत है.

अधिकारी ने कहा, ‘चार्जशीट के मुताबिक, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाने के लिए पुख्ता सबूत हैं. चार्जशीट में नौ बाहरी लोगों की भी पहचान की गई है. जिन्होंने जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाए थे.’

मामले को मार्च 2016 में स्पेशल सेल को ट्रांसफर किया गया था.

क्या था मामला?

साल 2001 में संसद पर हुए हमले के दोषी अफजल गुरु की याद में पिछले साल नौ फरवरी को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिस दौरान उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और कन्हैया कुमार पर भारत-विरोधी नारे लगाने का आरोप है.

0

अन्य बड़ी खबरें

वीडियो
KUMBH: IT's MORE THAN A MELA

क्रिकेट स्कोर्स और भी

Firstpost Hindi