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इंडिया की मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ दो साल में सबसे ज्यादा : PMI

बाईस महीनों का सबसे हाई लेवल पर पीएमआई

Updated On: Nov 17, 2016 11:00 AM IST

Pratima Sharma Pratima Sharma
सीनियर न्यूज एडिटर, फ़र्स्टपोस्ट हिंदी

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इंडिया की मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ दो साल में सबसे ज्यादा : PMI

इंडिया के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ अक्टूबर में 22 महीनों के हाई लेवल पर पहुंच गई. हर महीने होने वाले इस सर्वे के मुताबिक मांग, खरीदारी और आउटपुट बढ़ने से मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ बढ़ी है.

निक्केई मार्केट मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) अक्टूबर में 54.4 पर चला गया है. यह बाईस महीनों का सबसे हाई लेवल है. इससे पहले सितंबर में यह 52.1 था.

मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ बढ़ने के साथ ही इनपुट कॉस्ट में भी इजाफा हुआ है. इनपुट कॉस्ट का कुछ बोझ ग्राहकों पर भी डाला गया.

मंगलवार को जारी डेटा के मुताबिक, एशिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी तेजी से बढ़ रही है.

पीएमआई जब 50 तक हो तो इसे इकोनॉमी में सुस्ती माना जाता है. यह लगातार 10वां महीना है, जब पीएमआई 50 से ऊपर है.

सर्वे करने वाली कंपनी आईएचएस मार्केट के इकोनॉमिस्ट पॉलीयाना दे लीमा ने कहा है, 'पहले की तिमाही में ग्रोथ बढ़ने से सेक्टर में मजबूती आई है.'

इस दौरान आउटपुट सब-इंडेक्स 57.2 पर रहा. यह दिसंबर 2012 के बाद सबसे ज्यादा है.

इससे एक महीना पहले यह 57.2 पर था. सब-इंडेक्स से घरेलू और बाहरी डिमांड का अंदाजा लगाया जाता है.

दे लीमा ने कहा है, 'बढ़ी लागत का कुछ बोझ ग्राहकों पर डाला गया है. इस साल के अंत तक यही ट्रेंड जारी रहेगा.'

फूड प्राइस में कमी के कारण खुदरा महंगाई दर सितंबर में 13 महीनों के निचले स्तर पर है. लेकिन पीएमआई से ऐसा लग रहा है कि जल्द ही महंगाई दर में इजाफा होगा.

महंगाई बढ़ने पर आरबीआई के पास पॉलिसी रेट में कमी करने का मौका कम होगा.

आरबीआई ने इस महीने की शुरुआत में बेंचमार्क रेपो रेट 0.25 पर्सेंट घटाकर 6.25 पर्सेंट कर दिया था.

अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, 2017 की पहली तिमाही में 0.25 पर्सेंट का और रेट कट हो सकता है.

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