कानपुर जिले के पुखरायां में रविवार सुबह इंदौर से पटना जा रही इंदौर-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में अबतक 131 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हैं. घायलों में कई की हालत बेहद गंभीर है.
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने पीड़ितों से मुलाकात की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया. उन्होंने घटना की जांच के आदेश भी दे दिए। विपक्षी दलों ने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.
हालांकि मौत के इस आंकड़े से पहले कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक जकी अहमद ने आईएएनएस को बताया था कि 'हादसे में 120 लोगों की मौत हो चुकी है और 40 घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. मामूली घायलों को प्राथमिक उपचार देने के बाद छुट्टी दे दी गई है.'
लेकिन मृतकों का आंकड़ा बढ़ कर 131 हो गया है. मृतकों में शामिल करीब 60 लोग उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से थे.
घायलों का हालचाल जानने हैलट अस्पताल पहुंचे रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, 'पुखरायां हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं. रेलवे राज्य सरकार के साथ मिलकर राहत पहुंचाने की कोशिश कर रही है. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन, डीजी (स्वास्थ्य सेवाएं) मौके पर पहुंच गए हैं. राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिया गया है. हमारी कोशिश है कि पीड़ितों को जल्द से जल्द बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएं."
प्रभु के अतिरिक्त मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पीड़ितों से मिलने कानपुर पहुंचे. इससे पूर्व रेलराज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने घटनास्थल पर पहुंचकर रेलवे के अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया.
सिन्हा ने कहा, 'पहली जिम्मेदारी घायलों को अच्छा इलाज मुहैया कराने की है, ताकि उन्हें राहत मिल सके. वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की गई है. पटना व मध्यप्रदेश जाने वालों के लिए फौरी तौर पर प्रबंध किया जाएगा.'
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से फोन पर बात की और पीड़ितों की मदद करने का आग्रह किया. मुख्यमंत्री ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रेल दुर्घटना में यात्रियों के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये तथा मामूली रूप से घायलों के लिए 25-25 हजार रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की.
यह सहायता रेल विभाग द्वारा दी जाने वाली सहायता के अतिरिक्त होगी।
दुर्घटनाग्रस्त रेलगाड़ी में सुरक्षित बचे यात्रियों के मुताबिक, रात 3.30 बजे कानपुर देहात में पुखरायां के निकट अचानक रेलगाड़ी की एस-1 बोगी बुरी तरह लड़खड़ा गई और उसके बाद एक के बाद एक 10 बोगियां पटरी से उतर गईं.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, 'इस दुर्घटना में रेलगाड़ी की एस1 और एस 2 बोगी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है. जिस समय दुर्घटना हुई, बिल्कुल अंधेरा था. दिन निकलने और लगभग डेढ़ घंटे बाद रेलवे, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचने शुरू हुए. उसके बाद यात्रियों को मदद मिलनी शुरू हुई.'
यात्रियों के मुताबिक, झांसी से ही रेलगाड़ी में बहुत आवाज थी, उसे दो बार रोका भी गया था, लेकिन उसके बाद उसे चला दिया गया.
यात्रियों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. झांसी का हेल्पलाइन नंबर 0510-1072 है, जबकि उरई का हेल्पलाइन नंबर 0516-21072 है. कानपुर का हेल्पलाइन नंबर 0512-1072 है. इसके अतिरिक्त पुखरायां का हेल्पलाइन नंबर 05113-270239 है. कानपुर देहात जिला प्रशासन का हेल्पलाइन नंबर 0511-271050 है.
भाजपा, कांग्रेस, सपा और बसपा समेत कई दलों ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए हादसे में मारे गए लोगों के प्रति गहरी शोक संवेदना प्रकट की है. कांग्रेस, सपा और बसपा ने घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग के साथ ही उचित कार्रवाई और पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग की है.
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