आईसीजे में आए फैसले के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट साफ दिखने लगी है. तीन दिन पहले भी डॉन में छपी खबर के अनुसार पाकिस्तान ने कहा था कि आईसीजे को जाधव मामले की सुनवाई का कोई हक नहीं है. इस वजह से यह कयास लगाया जा रहा है पाकिस्तान कुलभूषण जाधव मामले में आईसीजे के फैसले को मानने से इनकार कर सकता है.
हालांकि आईसीजे में पाकिस्तान को इस पर भी झटका लगा है और आईसीजे ने कहा है कि उसे इस मामले की सुनवाई का पूरा हक है.
पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार पाकिस्तान के भीतर कई लोग यह भी कह रहे हैं कि पाकिस्तान को आईसीजे की सुनवाई में जाना ही चाहिए था और आईसीजे की सुनवाई में पाकिस्तान का उपस्थित होना भारी भूल थी.
आईसीजे में लगे झटके के बाद पाकिस्तान ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि कहा है कि भारत जबरन कुलभूषण मामले को दुनिया के सामने मानवता के सवाल के रूप में पेश कर रहा है.
India is trying to defend a person whose actions led to killing of scores of innocent Pakistanis-Pak Foreign Ministry Spox #KulbhushanJadhav pic.twitter.com/BiZ7dG4Gm8
— ANI (@ANI_news) May 18, 2017
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत एक ऐसे व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रहा है जिसका कई बेगुनाह पाकिस्तानियों की हत्या में हाथ है.
India desperately tried to divert the world attention by presenting #Kulbhushan's case from humanitarian angle: Pak Foreign Ministry Spox
— ANI (@ANI_news) May 18, 2017
रवींद्र रेड्डी ने निजी कारणों का हवाला देते हुए फैसले के तुरंत बाद इस्तीफा दे दिया था
गवाह, हामिद लाला मर्डर केस में तुलसी प्रजापति का वकील रह चुका है, प्रजापति को पुलिस ने एनकाउंटर में मार दिया था
भारत सरकार पान और तंबाकू के दाग को साफ कराने के लिए हर साल करोड़ों रुपए खर्च करती है
2006 में प्रति 1 लाख दलितों पर 16.3 का अपराध आंकड़ा था, जो 2016 में बढ़कर 20.3 हुआ है
उन्होंने देश में कैश क्रंच के लिए केंद्र की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इसके लिए नोटबंदी और जीएसटी को दोषी हैं, जिससे व्यापार ही नहीं, देश की अर्थव्यवस्था भी चौपट हो गई है