दिल्ली यूनिवर्सिटी के एक पूर्व प्रोफेसर को महिला का पीछा करने को लेकर बुधवार को चौथी बार गिरफ्तार किया गया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, प्रोफेसर को चौथी बार भी अपनी उसी महिला सहकर्मी का पीछा करने को लेकर गिरफ्तार किया गया है, जिसे लेकर उसे पहले तीन बार गिरफ्तार किया जा चुका है.
पुलिस ने इसे एकतरफा प्यार का मामला बताया है और इस शख्स को साइको कहा है. आदतन अपराधी 40 साल के इस शख्स को दिल्ली पुलिस ने यूनिवर्सिटी परिसर से उस समय पकड़ा. जब ये असिस्टेंट प्रोफेसर का पीछा कर रहा था.
डीयू के इस पूर्व प्रोफेसर को पीछा करने के मामले में 2014 में दो बार और 2015 में एक बार जेल हो चुकी है. यही नहीं अपने व्यवहार को लेकर उसकी नौकरी भी जा चुकी है और 2015 में उसे लक्ष्मीबाई कॉलेज से निकाल भी दिया गया था. लेकिन फिर भी उसने अपनी महिला सहकर्मी को प्रताड़ित करना नहीं छोड़ा. बताया जा रहा है कि पीड़िता लगातार पीछा किए जाने और बदनाम करने वाले मैसेजों से परेशान होकर डिप्रेशन में चली गई थी.
महिला ने इस शख्स के खिलाफ दो बार मौरिस नगर थाने और करोल बाघ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उसकी हर एक शिकायत के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया और उसे जेल भेज दिया गया. लेकिन बार-बार जेल जाने के बाद भी उसने महिला को परेशान करना और उसका पीछा करना नहीं छोड़ा.
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अदालत ने मामले में सीबीआई के जरिए गवाहों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए 3, 4 अप्रैल की तारीख तय की.
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किया गया जैश का आतंकी शाहनवाज कुलगाम और आकिब पुलवामा का रहने वाला है.
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