आपने असम की ताजी चाय की चुस्कियां ली होंगी, दार्जिलिंग की मशहूर चाय का स्वाद लिया होगा. इनदोनों जगहों पर चाय बगान हैं, जो असम और दार्जिलिंग टी के ब्रांड नेम के साथ पूरी दुनिया में मशहूर हैं. अब उसी तर्ज पर त्रिपुरा अपने राज्य की चाय की ब्रांडिंग करने की तैयारी में है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक टी बोर्ड इंडिया के साथ मिलकर त्रिपुरा टी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (TTDC) वहां की चाय को त्रिपुरेश्वरी टी का ब्रांड नाम देकर बाजार में उतारने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए एक नया लोगो तैयार किया जा रहा है. लोगो में त्रिपुरेश्वरी टी ब्रांड नाम लिखा होगा. त्रिपुरेश्वरी टी का ब्रांड नेम देवी त्रिपुरा सुंदरी के नाम से लिया गया है.
त्रिपुरा सुंदरी मणिका वंश की शाही देवी हैं. गोमती जिले के उदयपुर के त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में इनकी पूजा की जाती है. यह हिंदुओं के 51 तीर्थ स्थलों में एक है.
TTDC के अधिकारी मीडिया से बात करते हुए कहते हैं कि त्रिपुरा चाय की कुशल मार्केटिंग के लिए और राज्य में उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे.
यह मार्केटिंग और ब्रांडिंग का तरीका है. TTDC ने त्रिपुरेश्वरी टी के नाम से 100 ग्राम और 50 ग्राम चाय के पैकेट बेचने का फैसला किया है. सरकार की तरफ से इसकी अनुमति पहले ही मिल गई है.
इस पहल से त्रिपुरेश्वरी टी के स्थानीय और राष्ट्रीय मार्केट में एक अलग पहचान बनाने की उम्मीद जताई जा रही है. और इसके असम चाय या दार्जिलिंग चाय जैसी लोकप्रिय होने की उम्मीद जताई जा रही है.
त्रिपुरा में इस समय 58 चाय बागान है. इसमें 42 निजी हाथों में है, 13 को-ऑपरेटिव सोसायटी और तीन TTDC के नियंत्रण में हैं. लगभग 3,000 छोटे चाय उत्पादक सरकारी समर्थन के साथ अपनी छोटे चाय बागान भी चलाते हैं.
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