नोटबैन की मार से परेशान बैंकों और ग्राहकों के लिए अगला एक हफ्ता चुनौती भरा होगा. नए महीने की शुरुआत के साथ ही सैलरी और पेंशन के लिए पैसे की मांग बढ़ने वाली है. कैश की डिमांड में यह इजाफा हर महीने होता है लेकिन यह नोटबैन के बाद ‘पहली तारीख’ है और देश पहले से नकदी संकट से जूझ रहा है.
हालांकि अधिकारियों का दावा है कि स्थिति काबू में है. उनका कहना है कि रिजर्व बैंक और अन्य बैंकों के पास पर्याप्त कैश उपलब्ध है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां करती है. सच्चाई है कि यहां न तो बैंकों के पास पर्याप्त पैसे हैं और न ही एटीएम में.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में एक बैंक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि 100 और 500 के उपलब्ध नोट मांग की एक फीसदी के बराबर नहीं है.
कैश के लिए मांग ऊंची रहने वाली है. भले ही सरकार कैशलेश इकॉनमी की बात कर रही हो लेकिन सच्चाई तो यही है कि असंगठित क्षेत्र से जुड़े अधिकतर लोगों ने अभी डिजीटल पेमेंट को अपनाया नहीं है. उदाहरण के तौर पर, घर में काम करने वाली मेड, अखबार वाले, दूध वाले अभी भी ऑनलाइन नहीं हैं. इन्हें कैश में ही पेमेंट चाहिए होता है. भले ही सरकार कितना जोर लगा ले, इतनी जल्दी ये ऑनलाइन नहीं होने वाले.
रोचक बात है कि सामान्य तौर पर महीने की शुरुआत में कितना पैसा बैकों से निकाला जाता है, इसका कोई आंकड़ा मौजूद नहीं है.
केयर रेटिंग्स के मदन सबनवीस कहते हैं, ‘इसका अंदाजा लगाने का एकमात्र तरीका यह है कि हम सरकार के सैलरी बिल को देखें. इसमें से आमतौर 30 फीसदी बचत के रूप में रह जाती है जबकि 70 फीसदी निकाल ली जाती है. हालांकि इससे केवल सरकारी कर्माचारियों का आंकड़ा मिलता है.’
प्रधानमंत्री मोदी और उनके समर्थक नोटबंदी के फायदे- आतंकवाद और कालेधन का खात्मा से लेकर कैशलेस इकॉनमी- तक सुनाते थक नहीं रहे. लेकिन जमीन पर आम आदमी एक ही चीज जानता है कि कैश की कमी से परेशानी हो रही है. अगले कुछ दिनों में यह परेशानी और बढ़ सकती है.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.