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इस गोली के सेवन से कम हो रहे हैं HIV के नए मामले

एड्स के संक्रमण को कम करने का यह तरीका दूसरे राज्यों और देशों द्वारा भी अपनाया जा सकता है

Updated On: Oct 19, 2018 12:15 PM IST

FP Staff

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इस गोली के सेवन से कम हो रहे हैं HIV के नए मामले

ऑस्ट्रेलिया के शहर सिडनी और देश के अन्य अलग-अलग हिस्सों में रह रहे हजारों पुरुषों द्वारा रोजाना ली जा रही एंटीवायरल गोली से, एचआईवी के नए मामले में जबरदस्त कमी दर्ज की जा रही है.

गिलिएड साइंसेज की गोली ट्रुवाडा के सेवन से यह बात सामने आई कि यह एड्स के वायरस को कम करने में सक्षम है. लैंसेट एसआईवी मेडिकल जनरल में छपे परिणामों के आधार पर एड्स के संक्रमण को कम करने का यह तरीका दूसरे राज्यों और देशों द्वारा भी अपनाया जा सकता है. इस ट्रीटमेंट को प्री-एक्सपोजर प्रोफाइलैक्सिस या PrEP का नाम दिया गया है और इससे वायरस का ट्रांसमिशन रोका जा सकता है.

कर्बी इंस्टिट्यूट में एचआईवी महामारी विज्ञान और रोकथामे प्रमुख एंड्र्यू ने बताया कि गे और बाईसेक्शुअल पुरुषों में नए एचआईवी इंफेक्शन में कमी देखी गई है.1985 में शुरू हुए एचआईवी सर्विलांस में यह अब तक का सबसे कम रिकॉर्ड है.

पिछले 15 वर्षों में हुए एड्स के मामलों में सुधार ने संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों द्वारा 2030 तक महामारी समाप्त करने की प्रतिबद्धता को प्रेरित किया है. जुलाई में एक कॉन्फ्रेंस कॉल पर गिलिएड के मुख्य वित्तीय अधिकारी रॉबिन एल वाशिंगटन ने कहा, जून के अंत में अमेरिका में लगभग 180,000 लोग PrEP के लिए ट्रुवाडा ले रहे थे.

नीली, अंडाकार आकार की गोली ड्रग्स 'टेनोफोविर, डिसोप्रोक्सील और एम्ट्रिकिटैबिन की एक निश्चित खुराक संयोजन है. मायालान, सिप्ला और टीवा फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज द्वारा बनाए गए ट्रुवाडा के जेनेरिक संस्करणों ने दवा को और अधिक सस्ता बना दिया है.

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