लंदन की सड़कों पर कुछ अलगाववादी सिख पंजाब को भारत से अलग करने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि 'रेफरेंडम 2020' यानी जनमत संग्रह कराया जाए. इस पर नरेश गुजराल ने कहा कि सिखों की बहुत छोटी आबादी जो विदेशों में बस गई है वही इस प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं. भारत में रहने वाले किसी भी सिख को उनसे हमदर्दी नहीं है, भारतीय सिख देशभक्त हैं. उन्होंने किसी भी संप्रदाय कि तुलना में सबसे ज्याद बलिदान दिया है.
Very miniscule Sikh population settled abroad is participating in this. No Sikh in India has sympathy for this as Sikhs are loyal Indians. They've made more sacrifices for India than any other community: Naresh Gujral, Shiromani Akali Dal on Referendum 2020 (pro Khalistan groups) pic.twitter.com/NefivUYq5R
— ANI (@ANI) August 12, 2018
गुजराल का कहना है कि यह सब पंजाब में हालात खराब करने के लिए आईएसआई की करतूत है. गुजराल ने कहा कि पाकिस्तान और आईएसआई पंजाब में माहौल खराब करने के लिए काफी समय से कड़ा प्रयास कर रहे हैं. उनका कहना है कि वह कश्मीर में विफल हुए हैं और अब वह पंजाब में यह सब करना चाहते हैं.
It's an attempt by ISI to foment trouble in Punjab. It is financed by ISI. Pak&ISI have been trying hard for a long time to create problems in Punjab. They failed in Kashmir&want to move the stage to Punjab: N Gujral, Shiromani Akali Dal on Referendum 2020 (pro Khalistan groups) pic.twitter.com/XklnRjmehN
— ANI (@ANI) August 12, 2018
दरअसल, सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) नाम का एक संगठन पिछले कई वर्षों से तथाकथित खालिस्तान की मांग को लेकर लंदन में माहौल बना रहा है. यही ग्रुप रविवार को 'लंदन डिक्लरेशन ऑन पंजाब इंडिपेंडेंस रेफरेंडम 2020' नाम से एक बड़ी रैली कर रहा है.
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सोशल मीडिया पोस्ट से हुए विवाद के बाद, देहरादून में लगातार कश्मीरी छात्रों पर हमले और डराने धमकाने की खबरें आती रही हैं.
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वहीं भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा कि वे अभी भी मामले के समाधान की तलाश में हैं
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