मुंबई वालों को होने वाली पानी की सप्लाई में गुरुवार से 10 % की कटौती की गई है. झीलों के घटते जलस्तर को देखते हुए बीएमसी ने प्रदेश में पानी की सप्लाई में 10% कटौती करने की घोषणा की है. इसके अलावा पानी आपू्र्ति के समय में भी 15 % की कमी की जाएगी. ऐसे में अगर किसी घर में पानी की सप्लाई 60 मिनट तक होती थी, तो वह अब घट के 51 मिनट हो जाएगी. बीएमसी ने कहा कि यह कटौती अगले साल बारिश यानी मानसून सीजन तक की जाएगी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार कटौती के दौरान हर महीने प्रदेश की सातों झीलों के जलस्तर का रिव्यू किया जाएगा. बीएमसी की स्थायी समिति का यह फैसला घरों, दुकानों और उद्योग जगत सभी पर लागू होगा.
मुंबई में पानी की आपूर्ति पूरा करने वाली सात झीलों में अब केवल 76% पानी रह गया है. बीते साल तक यह 92% था. यानी एक साल में झीलों का जलस्तर 16% तक नीचे गया है. ऐसे में बीएमसी का दावा था कि इतने कम स्टॉक में अगले साल मानसून तक मुंबईवासियों को पानी सप्लाई कर पाना मुश्किल होगा, इसलिए पानी के सप्लाई में कटौती करना जरूरी है.
इस साल जून और जुलाई में अच्छी बारिश होने के बावजूद अगस्त-सितंबर आते-आते बारिश में कमी दर्ज की गई. झीलों में पानी के कम होने का कारण यह भी है. अगर अभी कटौती नहीं की गई होती तो झीलों के रिजर्व्स का इस्तेमाल करना पड़ता.
प्रदेश में पानी की सप्लाई में यह कटौती पहले भी की जा चुकी है. सबसे पहले साल 2009 में पूरे एक साल के लिए 30% की कटौती की गई थी. वहीं 2014 और 2015 में 20% की कटौती की गई थी.
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