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महाराष्ट्र बंद: हिंसा भड़काने को लेकर जिग्नेश मेवानी, उमर खालिद के खिलाफ FIR

भीमा-कोरेगांव की लड़ाई में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने पेशवा की सेना को हराया था, अछूत माने जाने वाले दलितों ने पेशवा के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, दलित नेता इस ब्रिटिश जीत का जश्न मनाते हैं

| January 03, 2018, 08:45 AM IST

FP Staff

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हाइलाइट

Jan 2, 2018

  • 22:43(IST)

    #BhimaKoregaonViolence: जिग्नेश मेवानी और उमर खालिद के खिलाफ पुणे के डेक्कन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है. शिकायत में कहा गया है कि इन दोनों ने भड़काऊ बयान दिए थे. जिस कारण दोनों समुदायों के बीच विवाद बढ़ा.

  • 21:18(IST)

    #BhimaKoregaonViolence: आंदोलन के कारण मुंबई के देवनार में लगा भारी ट्रेफिक जाम
     

  • 21:13(IST)

    महाराष्ट्र के कोरेगांव में जो हिंसा आज भड़की है उसके बीज बहुत लंबे समय से रखे जा रहे हैं

  • 20:07(IST)
  • 20:06(IST)
  • 19:05(IST)

    जिग्नेश मेवानी ने शांति बनाए रखने की अपील की

  • 19:04(IST)

    शिवसेना सांसद संजय राउत ने टाइम्स नॉउ से कहा, ये घटना अचानक से नहीं हुई है. इसके पीछे राजनीतिक साजिश है. कुछ ताकतें महाराष्ट्र को तोड़ना चाहती हैं. सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए कि ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं. जब से ये सरकार सत्ता में आई है, तभी से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं.

  • 19:00(IST)
  • 18:37(IST)

    #BhimaKoregaonVoilence: डीसीपी गणेश शिंदे ने बताया कि पुणे के पिंपरी पुलिस थाने में दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

    Case registered against 2 persons at Pune's Pimpri Police Station: DCP Ganesh Shinde
  • 18:26(IST)

    पुणे में जलाई गई गाड़ियां

  • 18:25(IST)

    साउथ बॉम्बे से चेम्बूर और वडाला की तरफ गाड़ियों का प्रवेश बंद है. चेंबूर, वडाला की तरफ जाने वाले मुंबई पोर्ट ट्रस्ट रोड का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस रोड पर मंगलवार को टोल नहीं लिया जा रहा है.

  • 18:11(IST)

    CSMT-पनवेल हार्बर लाइन पर ट्रेन सुविधाएं सामान्य हो गई हैं.

  • 18:11(IST)

    घाटकोपर वेस्ट के अमृत नगर क्षेत्र में दवाई की दुकानों को छोड़ अन्य सभी दुकानों को बंद रखा गया है. 

  • 18:10(IST)

    सीपीएम ने बुधवार को बुलाए गए महाराष्ट्र बंद के आह्वान का समर्थन किया. 

  • 18:04(IST)

    बुधवार के महाराष्ट्र बंद को महाराष्ट्र डेमोक्रैटिक फ्रंट, महाराष्ट्र लेफ्ट फ्रंट के साथ-साथ 250 संगठनों का समर्थन है: प्रकाश अंबेडकर

  • 17:51(IST)
  • 17:46(IST)

    भीमराव अंबेडकर के पोते और सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश अंबेडकर ने कल महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया.
     

  • 17:42(IST)

  • 17:32(IST)

    पुणे हिंसा के लिए आरएसएस-बीजेपी जिम्मेदार है. भीमा-कोरेगांव, रोहित वेमूला प्रतिरोध के प्रतीक हैं. बीजेपी दलितों को दबाकर रखना चाहती है: राहुल गांधी

  • 17:27(IST)

    कांग्रसे अध्यक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में जारी मराठा-दलितों की हिंसा को लेकर ट्वीट किया करते हुए बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा.

  • 17:07(IST)

    प्रदर्शनकारियों के हिरासत में लेने की संख्या बढ़ती जा रही है. पूरे राज्य में 100 से ज्यादा लोगों को अब तक हिरासत में लिया गया है.

  • 17:05(IST)

    रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने थाणे में भी प्रदर्शन किया है.

  • 17:01(IST)

    भीमा-कोरेगांव हिंसा की लपेट में अब लगभग पूरा शहर आ चुका है. दलित समूह ने कल राज्य बंद का भी ऐलान किया है.

  • 16:58(IST)

    50 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया है.

  • 16:53(IST)

    नुकसान पहुंचे बसों की लिस्ट

  • 16:48(IST)

    राज्य परिवहन की 134 बसों को प्रदर्शनकारियों ने नुकसान पहुंचाया है.

  • 16:43(IST)

    महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हालात का जायजा ले रहे हैं. राज्य के 8 जिलों में धारा 144 लगा दी गई है.

  • 16:42(IST)

    सीएनएन न्यूज 18 के मुताबिक, पुणे और औरंगाबाद के कुछ इलाकों में भी धारा 144 लागू कर दी गई है.

  • 16:35(IST)

    मुंबई के चेंबूर में सुरक्षा बढ़ाई गई.

  • 16:33(IST)

    क्या बोले सीएम फडणवीस?

    महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मामले की न्यायिक जांच की जाएगी. उन्होंने बताया कि हाई कोर्ट के जज इस जांच की अगुवाई करेंगे.

महाराष्ट्र बंद: हिंसा भड़काने को लेकर जिग्नेश मेवानी, उमर खालिद के खिलाफ FIR

पुणे जिले में भीमा-कोरेगांव की लड़ाई की 200 वीं सालगिरह पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हुई हिंसा में हुई एक व्यक्ति की मौत की शरद पवार ने निंदा की है. उन्होंने इस मुद्दे पर कहा कि लोग वहां पिछले 200 सालों से जा रहे हैं. पहले कभी ऐसा नहीं हुआ. यह उम्मीद थी कि 200वें वर्षगाठ के कार्यक्रम में ज्यादा लोग आएंगे. इस मामले में ज्यादा ध्यान देने की जरुरत थी.

एक समूह द्वारा कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे लोगों पर हमले में कई गाड़ियों को जला भी दिया गया. जानकारी के मुताबिक, कम से कम 40 गाड़ियों को या तो आग के हवाले कर दिया या उन पर पत्थर से मार कर तोड़ दिया गया. बताया जा रहा है कि हमलावर भगवा झंडा लिए हुए थे.

इस मामले पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि मैंने इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से बातचीत कर इस मामले की जांच की मांग की है. अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं फिर से न हो.

बता दें कि 200 साल पहले हुई एक लड़ाई में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने पेशवा की सेना को हराया था. दलित नेता इस ब्रिटिश जीत का जश्न मनाते हैं. ऐसा समझा जाता है कि तब अछूत समझे जाने वाले महार समुदाय के सैनिक ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना की ओर से लड़े थे. हालांकि, पुणे में कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने इस ‘ब्रिटिश जीत’ का जश्न मनाए जाने का विरोध किया था.

पुलिस ने बताया कि जब लोग गांव में युद्ध स्मारक की ओर बढ़ रहे थे तो शिरूर तहसील स्थित भीमा कोरेगांव में पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं.

कार्यक्रम में जा रहे लोग और स्थानीय समूह में हुई झड़प

एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हुई है. हालांकि, उसकी पहचान और कैसे उसकी मौत हुई इसका अभी ठीक-ठीक पता नहीं चला है. हिंसा तब शुरू हुई जब एक स्थानीय समूह और भीड़ के कुछ सदस्यों के बीच स्मारक की ओर जाने के दौरान किसी मुद्दे पर बहस हुई.

भीमा कोरेगांव की सुरक्षा के लिये तैनात एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बहस के बाद पथराव शुरू हुआ. हिंसा के दौरान कुछ वाहनों और पास में स्थित एक मकान को क्षति पहुंचाई गई. उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटना के बाद कुछ समय के लिये पुणे-अहमदनगर राजमार्ग पर यातायात रोक दिया. उन्होंने बताया कि गांव में अब हालात नियंत्रण में है.

अधिकारी ने बताया कि राज्य रिजर्व पुलिस बल की कंपनियों समेत और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन नेटवर्क को कुछ समय के लिए अवरूद्ध कर दिया गया ताकि भड़काऊ संदेशों को फैलाने से रोका जा सके.

क्या है भीम-कोरेगांव की लड़ाई का इतिहास?

बता दें कि भीमा-कोरेगांव की लड़ाई में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने पेशवा की सेना को हराया था. दलित नेता इस ब्रिटिश जीत का जश्न मनाते हैं. ऐसा समझा जाता है कि तब अछूत समझे जाने वाले महार समुदाय के सैनिक ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना की ओर से लड़े थे. हालांकि, पुणे में कुछ दक्षिणपंथी समूहों ने इस 'ब्रिटिश जीत' का जश्न मनाए जाने का विरोध किया था.

( भाषा के इनपुट के साथ )

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