मध्यप्रदेश के डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ल ने शनिवार को देश की न्यायिक व्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि आजकल जज कानून को अपने हिसाब से तोड़ मरोड़ देते हैं. उनके कामों से उनकी पक्षधारिता और पूर्वाग्रह अब साफ झलकने लगी है. यह हमारे देश की न्याय प्रणाली के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण समय है.
बता दें कि ऋषि एससी-एसटी वर्ग के प्रति संवेदनशीलता विषय पर आयोजित पुलिस विभाग के सेमिनार में बोल रहे थे.
Judges have started interpreting laws according to their desire. Their biases and prejudices are sharply reflected in the legal procedure today. These are challenging times: Rishi Kumar Shukla, DGP #MadhyaPradeshpic.twitter.com/36OnTzTavS
— ANI (@ANI) July 28, 2018
अभी हाल ही कुछ मामलों में जजों के आए फैसले पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए ऋषि ने न्याय व्यवस्था की खराब हो रही स्थिती के बारे में चर्चा की.
A tame judge, who unquestioningly accepts the police version, is what #NewIndia demands https://t.co/Ef0TJCR5GQ
— SANJAY HEGDE (@sanjayuvacha) July 28, 2018
मध्य प्रदेश के डीजीपी के बयान के बाद वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े ने ट्विटर पर ऋषि के दावों का जवाब देते हुए कहा कि नए भारत के लोग यही चाहते हैं कि एक जज पुलिस के संस्करण पर आंख बंद कर भरोसा कर ले और फैसला सुना दे.
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