केरल में भारी बाढ़ और भूस्खलन से मची तबाही के बीच लोगों को बचाने का कार्य जारी है. इस बचाव अभियान के दौरान एक नवजात शिशु को बचाने का मामला सामने आया है. बच्चे को बचाने के लिए इडुक्की बांध के पास ‘ऑपरेशन वॉटर बेबी’ चलाया गया.
अभियान का नेतृत्व करने वाले सेना के अधिकारी ने बताया कि मुंबई तटरक्षक ने इडुक्की बांध में पानी का स्तर बढ़ने की जानकारी देने के लिए फोन किया, जिसके बाद उनके दल ने केरल का रुख किया और चार दिन तक राहत एवं बचाव कार्य किया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने बचाव दल को बताया कि एक महिला, उसका नवजात शिशु और उसके परिवार के पांच सदस्य पिछले चार दिनों से बाढ़ में फंसे हैं.
सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के बाद बच्चे की मां ने कहा, अपने बच्चे को सेना में भेजूंगी
लेफ्टिनेंट कर्नल शशिकांत वाघमोड ने बताया, 'रात करीब साढ़े दस बजे शुरू किए इस अभियान के लिए सबसे कुशल छह सदस्यों का चयन किया गया था.'
स्थानीय पुलिसकर्मियों की मदद से बचाव कर्मी उसके मकान तक पहुंचे. उन्होंने कहा, 'परिवार बुरी हालत में था. उन्हें नहीं पता था कि कोई उन्हें बचाने के लिए आ रहा है. नवजात शिशु और उसकी मां की चिकित्सीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए हमने सूरज निकलने का इंतजार किया और फिर स्थानीय डॉक्टर की मदद से तड़के अभियान फिर शुरू किया गया.'
अधिकारी ने बताया कि सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के बाद महिला ने कहा कि वह अपने बच्चे को सेना में भेजेगी. उन्होंने बताया कि अभियान के बाद बचावकर्मियों को आराम करने का विकल्प दिया गया था लेकिन उन्होंने चेंगन्नुर की ओर आगे बढ़ते हुए अन्य बचाव अभियान में जुटने का फैसला किया.
गौरतलब है कि केरल में भारी बाढ़ से मची तबाही से आठ अगस्त से अभी तक 197 लोगों की जानें जा चुकी हैं.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.