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निंदा और आलोचनाओं के बीच रिटायर नहीं होना चाहता'

चेलमेश्वर ने कहा, रिटायरमेंट से दो महीने पहले किसी को यह कहते नहीं सुनना चाहता कि मैं कोई ऑफिस पाने के लिए कुछ खास काम कर रहा हूं

Updated On: Apr 12, 2018 04:22 PM IST

FP Staff

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निंदा और आलोचनाओं के बीच रिटायर नहीं होना चाहता'

जस्टिस चेलमेश्वर ने गुरुवार को कहा कि वे निंदा और आलोचनाओं के बीच रिटायर होना नहीं चाहते. उन्होंने कहा, रिटायरमेंट से दो महीने पहले किसी को यह कहते नहीं सुनना चाहता कि मैं कोई ऑफिस पाने के लिए कुछ खास काम कर रहा हूं. चेलमेश्वर ने आगे कहा, अपने खिलाफ चल रही आलोचनाओं के बीच मैं सुप्रीम कोर्ट नहीं छोड़ना चाहता.

इसके साथ ही जस्टिस चेलमेश्वर ने गुरुवार को शांति भूषण की उस याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया, जिसमें चीफ जस्टिस के मास्टर ऑफ रोस्टर के अधिकार को चुनौती दी गई थी. जस्टिस चेलमेश्वर से पहले चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस एएम खनविलकर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने लखनऊ निवासी अशोक पांडे की एक याचिका खारिज कर दी, जिसमें जजों को केस सौंपने के लिए दिशा-निर्देश तय करने की मांग की गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को 'अपमानपूर्ण' बताते हुए कहा है कि सीजेआई अपने आप में एक संस्था हैं, जिन पर उंगली नहीं उठाई जा सकती.

बीते 7 अप्रैल को चेलमेश्वर ने एक कार्यक्रम में कहा था कि संवेदनशील और अहम मामले अलग-अलग बेंचों को देने में पारदर्शिता अपनाई जानी चाहिए. नई दिल्ली में आयोजित हारवर्ड क्लब ऑफ इंडिया के कार्यक्रम में चेलमेश्वर ने कहा, मास्टर ऑफ रोस्टर के तौर पर हम सीजेआई के अधिकारों को चुनौती देना नहीं चाहते लेकिन केस बंटवारे का काम एकपक्षीय न होकर पारदर्शी होना चाहिए.

जबकि 6 अप्रैल को भूषण ने जो याचिका दाखिल की उसमें यह मांग की गई कि सीजेआई केस बंटवारे का फैसला अकेले न लेकर कोलेजियम के सीनियर जजों से संपर्क कर लें.

क्या कहा चेलमेश्वर ने

जस्टिस चेलमेश्वर ने कहा कि इसके कारण बिलकुल स्पष्ट हैं और वह इस मामले की सुनवाई नहीं करना चाहते. उनकी यह टिप्पणी उनके और जस्टिस कुरियन जोसफ की ओर से सुप्रीम कोर्ट के मामलों और न्यायिक मामलों में कार्यपालिका के कथित हस्तक्षेप को लेकर हाल में लिखे गए दो पन्नों की चिट्ठी के बाद आई है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि उन्होंने देश और सुप्रीम कोर्ट में बने हालात को उजागर करने के लिए कुछ दिन पहले पत्र लिखा था.

जस्टिस चेलमेश्वर ने भूषण से कहा, ‘कोई मेरे खिलाफ लगातार यह अभियान चला रहा है कि मैं कुछ हासिल करना चाहता हूं. इस बारे में मैं ज्यादा कुछ नहीं कर सकता. मुझे खेद है, आप कृपया मेरी परेशानी समझिए.’

उन्होंने कहा कि देश सबकुछ समझ जाएगा और अपनी राह खुद तय करेगा. उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं चाहता कि अगले 24 घंटे में एक बार फिर मेरे आदेश को पलटा जाए. इसलिए मैं यह नहीं कर सकता. कृपया मेरी परेशानी समझिए.

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