जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने पुलिस वालों के 11 रिश्तेदारों को अगवा कर लिया था. इसमें से उन्होंने 3 को रिहा कर दिया. ये रिहाई तब हुई जब पुलिस ने एक शीर्ष हिजबुल कमांडर के पिता को रिहा किया. पुलिस महाअधीक्षक शेष पॉल वैद ने कहा कि आतंकवादियों ने पुलिस कर्मियों के अपहृत रिश्तेदारों में से तीन को रिहा कर दिया है. इनमें से कुलगाम के दो और पुलवामा के एक हैं.
राज्य की पुलिस ने हिजबुल मुजाहिदीन के ऑपरेशन कमांडर रियाज नाईकू के पिता असदुल्ला नाईकू को रिहा कर दिया है. दो दिन पहले ही पुलवामा जिले से असदुल्ला को पुलिस ने हिरासत में लिया था.
टाइम्स नाऊ न्यूज के मुताबिक असदुल्ला की गिरफ्तारी के बाद ही आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर में पुलिसकर्मियों के 11 रिश्तेदारों का अपहरण कर लिया. बल्कि रियाज नाईकू ने तो सोशल मीडिया पर लिखा कि वो पुलिसकर्मियों के परिवार वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए इसलिए मजबूर हुए क्योंकि पुलिस ने आतंकवादी के रिश्तेदार को गिरफ्तार किया.
आतंकवादी अब 'आंख के बदले आंख' की पॉलिसी को ही फॉलो करेंगे. रियाज ने लिखा, 'एक हाथ दे एक हाथ ले के लिए हमें पुलिस ने ही मजबूर किया है. पुलिसकर्मियों को सलाह देते हैं कि अगर अपनी भलाई चाहते हैं तो या तो वे अपनी नौकरी छोड़ दें या फिर बदतर का सामना करने के लिए तैयार रहें.'
11 लोगों का अपहरण पिछले तीन दिनों में किया गया था. इनमें से दो का अपहरण आतंकवादियों द्वारा किया गया था. अपहृत लोगों में दो भाई और नौ बेटे थे. सुरक्षाबलों ने बाकी बंधकों को सुरक्षित रूप से बचाने की रणनीति पर काम करना जारी रखा है.
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