जम्मू कश्मीर प्रशासन ने रविवार को राज्य के लोगों से शांत रहने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. यह बयान ऐसे समय में सामने आया है जब संविधान के अनुच्छेद 35-ए पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले अलगाववादियों पर सरकार की कार्रवाई से कश्मीर में तनाव बढ़ गया.
गौरतलब है कि कार्रवाई के तहत 150 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिए गए लोगों में मुख्य रूप से जमात-ए-इस्लामी से जुड़े लोग थे.
इसके साथ ही और भी प्रशासनिक उपाय भी किए गए जिससे लोगों में युद्ध का डर पैदा हो गया और श्रीनगर और कश्मीर के अन्य इलाकों में लोग घर के जरूरी सामान को स्टोर करने लगे हैं और अपने वाहनों के लिए पेट्रोल खरीद रहे हैं.
राज्यपाल प्रशासन के मुख्य प्रवक्ता रोहित कंसल ने बताया, 'पिछले कुछ दिनों में कई अफवाहें फैलीं और डर पैदा करने वाले संदेशों का प्रसार किया गया. हम लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे अफवाहों पर ध्यान नहीं दें और प्रसारित हो रही जानकारी के आधार पर घबराए नहीं.'
उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों और संगठनों ने दुर्भाग्य से इन अफवाहों पर प्रतिक्रिया दी जिससे लोगों में घबराहट और बढ़ गई है. कंसल ने कहा, 'मेरी हर किसी से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान नहीं दें और डर पैदा करने से बचें और न ही उन्हें बढ़ा-चढ़ा कर पेश करें.'
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