राजस्थान की राजधानी जयपुर का रामगंज थाना इलाके में शुक्रवार रात पुलिस ने एक दंपति की पिटाई कर दी, जिससे इलाके में तनाव हो गया. इसके बाद क्षेत्रीय लोगों ने जमकर उत्पात मचाया. इसमें एक सिपाही की मौत हो गई. वहीं, कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया.
1 policeman lost his life, 10 injured in a clash with locals after a policeman allegedly hit a woman in Jaipur's Ramganj.Curfew imposed pic.twitter.com/4kRvOO29RF
— ANI (@ANI) September 9, 2017
क्षेत्रीय लोगों के बवाल को देखते हुए चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. वहीं, पूरे जयपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है.
बता दें कि तनाव बढ़ता देखकर पुलिस को अतिरिक्त फोर्स मंगवाना पड़ा. इसी बीच भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया जिसमें कई पुलिसकर्मी बुरी तरह से जख्मी हो गए. इस दौरान पुलिस की ओर से फायरिंग की सूचना भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें एक युवक के मारे जाने की बात कही जा रही है. हालांकि इस वायरल सूचना की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हो सकी है.
5 दमकल मौके पर, आग पर काबू
रामगंज में वाहनों काे आग के हवाले की खबर के तुरंत बाद वहां दमकल की पांच गाड़ियां पहुंच गई. जल्द ही आग बुझाने का काम शुरू कर दिया गया लेकिन तब तक वाहन जलकर खाक हो चुके थे. वहीं पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल मौके पर पहुंचे और लोगों से शांति की अपील की.
#LatestVisuals from Jaipur after violent clash between locals and police yesterday, curfew has been imposed pic.twitter.com/tC7p0g4373
— ANI (@ANI) September 9, 2017
पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने बताया आमजन से अपील है कि वे शांति बनाए रखें. मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी. यदि पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो उसपर भी उचित कार्रवाई होगी. लेकिन गुस्से में गलत कदम नहीं उठाएं.
उग्र भीड़ को हटानेे के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े
थाने का घेराव करने के बाद उग्र भीड़ ने आगजनी और पथराव शुरू कर दिया तो पुलिस के हाथ पांव फूल गए. आनन-फानन में भीड़ को वहां से हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. भीड़ को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा लेकिन तब तक पुलिस के कई जवान पत्थरबाजों के हाथों जख्मी हो चुके थे.
(साभार: न्यूज़18)
ऑफिशियल वेबसाइट bse.telangana.gov.in पर शुक्रवार 27 अप्रैल 2018 को सुबह 10 बजे जारी हो सकता है
बीआरडी कॉलेज में हुए बच्चों की मौत के मामले में डॉ कफील खान 2 सितंबर 2017 से ही गोरखपुर के एक जेल में बंद हैं
येदियुरप्पा के सामने कांग्रेस ने एक निगम सदस्य जीबी मालतेश को उतारा है, जिन्हें लोग गोनी मालतेश भी बुलाते हैं
पुलिस अधिकारी का कहना है कि सभी नक्सली पिछले लगभग आठ साल से नक्सली संगठन में सक्रिय थे
VITEEE प्रवेश परीक्षा ऑनलाइन मोड में इस साल 4 से 15 अप्रैल तक आयोजित की गयी थी