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माल्या जैसे भगोड़े करोड़पतियों के लिए आर्थर रोड जेल का होगा मेकओवर

93 साल पुराने इस जेल में दो मंजिला इमारत बनवाई जा रही है. इस ब्लॉक में कुछ सेल होंगी, इनमें भगोड़े करोड़पतियों को रखा जाएगा

Updated On: Aug 31, 2018 01:17 PM IST

FP Staff

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माल्या जैसे भगोड़े करोड़पतियों के लिए आर्थर रोड जेल का होगा मेकओवर

ब्रिटेन की अदालत में भारतीय बैंकों को चूना लगाकर ब्रिटेन भाग गए विजय माल्या के प्रत्यर्पण का केस लड़ रही सीबीआई को कुछ वक्त पहले ये साबित करना पड़ा था कि मुंबई का आर्थर रोड जेल माल्या जैसे कैदी को रखने के लिए उपयुक्त है क्योंकि माल्या के वकील ने प्रत्यर्पण रुकवाने के लिए ये दलील थी कि भारत के जेलों की हालत बदतर है.

खैर, अब खबर है कि मुंबई के आर्थर रोड जेल, जिसमें माल्या को रखा जाना है, का मेकओवर होने वाला है. न्यूज18 की खबर के मुताबिक, भारतीय जेल अधिकारियों ने घोषणा की है कि आर्थर जेल में एक बिल्कुल नए सेल ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है. और ये खास तौर पर माल्या जैसे भगोड़े करोड़पतियों के लिए बनाया जा रहा है.

93 साल पुराने इस जेल में दो मंजिला इमारत बनवाई जा रही है. इस ब्लॉक में कुछ सेल होंगी, इनमें भगोड़े करोड़पतियों को रखा जाएगा. ये ब्लॉक इंटरनेशनल जेल एंड ह्यूमन राइट्स स्टैंडर्ड्स के पैमाने को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है और ये छह महीने में बनकर तैयार हो जाएगा.

टाइम्स ऑफ इंडिया से एक अधिकारी ने बातचीत में बताया, 'अब तक हमने अंतरराष्ट्रीय जरूरतें पूरी करने वाले सेलों पर प्रतिबंध लगा रखा है. इसलिए अब हम एक्सट्रा ट्रेंडी सेल बनाने जा रहे हैं, जिनमें प्रत्यर्पित स्मगलरों, फ्रॉडस्टरों और विदेश में छुपे अपराधियों को रखा जाएगा.'

जेल अधिकारियों ने कहा कि ये कदम माल्या जैसे अपराधियों को जवाब है जो भारतीय जेलों के खराब होने का बहाना बनाकर प्रत्यर्पण से बचना चाहते हैं.

माल्या के वकील के ये तर्क दिए जाने पर ब्रिटेन की अदालत ने सीबीआई अधिकारियों को कहा था कि वो ऐसे फोटो और वीडियो पेश करें जो साबित करे कि भारतीय जेलों की हालत ठीक है. इसके बाद सीबीआई ने मुंबई की आर्थर रोड जेल में उपलब्ध सुविधाओं और हालात पर फोटो और वीडियो कोर्ट में पेश किए थे.

विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भगोड़ों के केस की सुनवाई विदेश में ही होनी है. ऐसे में फिर ऐसी किसी स्थिति से बचने के लिए और इंटरनेशनल ह्यूमन राइट स्टैंडर्ड्स एंड गाइडलाइंस फॉर इम्प्रिजनमेंट के पैमानों तक पहुंचने के लिए इस सेल ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है.

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