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Happy New Year 2019: क्यों मनाया जाता है 1 जनवरी को नया साल? कैसे हुई थी शुरुआत?

क्या आपको पता है कि 45 BC में पहली बार एक जनवरी को नया साल मनाया गया था और इसके पीछे रोमन शासक जूलियस सीजर का भी कहीं न कहीं हाथ था?

Updated On: Jan 01, 2019 05:51 PM IST

FP Staff

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Happy New Year 2019: क्यों मनाया जाता है 1 जनवरी को नया साल? कैसे हुई थी शुरुआत?

क्या आपको पता है कि 45 BC में पहली बार एक जनवरी को नया साल मनाया गया था और इसके पीछे रोमन शासक जूलियस सीजर का भी कहीं न कहीं हाथ था? दरअसल, जूलियन कैलेंडर आने से 1 जनवरी को नया साल मनाने की शुरुआत हुई थी.

सातवीं सदी में सबसे पहले रोमन कैलेंडर लूनर साइकिल यानी चांद के हिसाब से दिन-तारीखें तय करता था. लेकिन इसकी गणना बहुत सटीक नहीं होती थी और धीरे-धीरे इससे छेड़छाड़ भी की जाने लगी, जिससे इसका मतलब बहुत ज्यादा रह नहीं गया. उस वक्त कैलेंडर का हिसाब रखने वाले पॉन्टिफ्स यानी ऊंची हैसियत रखने वाले प्रीस्ट्स इसमें अपनी सुविधा के हिसाब से दिन घटा या बढ़ा देते थे, ताकि चुनावों से छेड़छाड़ की जा सके या राजा के सत्ता के दिन बढ़ाए जा सकें.

रोमन का शासक बनने के बाद जूलियस सीजर को लगा कि उसे रोमन कैलेंडर में बड़ा बदलाव करना चाहिए.

उसने अपने नाम से नया जूलियन कैलेंडर बनवाया. उसने इसमें अलेक्जेंड्रियन एस्ट्रोनॉमर सोसियेनिस की मदद ली. सोसियेनिस ने ही सीजर को लूनर कैलेंडर के बजाय सोलर इयर की पद्धति अपनाने की सलाह ली, जैसा कि मिश्र के लोग पहले ही करते थे.

सीजर ने ही फरवरी के महीने में हर चार साल पर एक अतिरिक्त दिन जोड़ने का आदेश दिया. उसने 44 बीसी में क्विंटिलिस महीने का नाम बदलकर अपने नाम जूलियस से प्रेरित जूलियस (जुलाई) रख दिया. बाद में सेक्सटिलिस महीने का नाम उसके उत्तराधिकारी ऑगस्टस (अगस्त) के नाम पर रखा गया.

मिडिल एज यानी मध्य युग के दौरान एक जनवरी को नया साल मनाने की प्रथा धीरे-धीरे चलन से बाहर हो गया. क्योंकि जूलियस और सोसियेनिस से सोलर इयर की सही गिनती करने में गलती हो गई थी. उन्होंने सोलर इयर में 365,25 दिनों की जगह पर 365,242199 दिन गिन लिए थे, इससे हर साल 11 मिनट जुड़ते जाते थे, जिसकी वजह से साल 1000 तक एक साल में सात दिन और मध्य 15वीं सदी तक 10 दिन जुड़ गए.

जब रोमन चर्च को ये समस्या समझ आई, तब 1570 में पोप ग्रेगरी XIII ने अपने जेसुइत एस्ट्रोनॉमर क्रिस्टोफर क्लेवियस को नया कैलेंडर बनाने को कहा. तब 1582 से पोप के नाम से ग्रेगोरियन कैलेंडर की शुरुआत की गई, जिसे आजतक माना जाता है. उन्होंने उस वक्त के साल की गिनती से 10 दिन निकाल दिया गया था. तब से दुनिया भर के लोग 1 जनवरी को फिर से नए साल की शुरुआत की तरह मनाने लगे.

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