देश भर में जीएसटी एक जुलाई से लागू हो चुका है. सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम को कुछ ने अच्छा बताया तो कुछ ने जीएसटी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. जीएसटी क्या है, इसका क्या असर पड़ेगा, किस चीज पर कितना टैक्स लगेगा, टैक्स कैसे भरने होगा आदि सवाल हर किसी की जुबान पर है. लेकिन जीएसटी का असर दुनिया की सबसे बड़ी 'रसोई' पर भी पड़ेगा, ये शायद ही किसी ने सोचा होगा.
इकोनॉमिक्स टाइम्स पर छपी खबर के मुताबिक, अमृतसर के गोल्ड टेंपल का लंगर जोकि वीकडेज पर 50000 और वीकेंड पर एक लाख से ज्यादा लोगों का पेट भरता है. लेकिन जीएसटी के लागू होने के बाद से इस विशाल लंगर पर 10 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है.
इसलिए कही जाती है सबसे बड़ी रसोई
- लंगर पूरे दिन चलता है, सिर्फ दो घंटे के मैनटेनेंस ब्रेक के दौरान रुकता है.
- भक्तों का पेट भरने के लिए प्रतिदिन खाना बनाने के लिए 7000 किलो आटा, 1200 किलो चावल, 1300 किलो दाल, 500 किलो घी का इस्तेमाल किया जाता है.
क्या है लागत
लाखों श्रृद्धालुओं का पेट भरने के लिए हर साल करीब 75 करोड़ रुपए का खर्च आता है. वहीं जीएसटी लागू होने के बाद घी पर 12 फीसदी, चीनी पर 18 फीसदी और दाल पर 5 फीसदी का टैक्स लग रहा है, जिससे लंगर के बजट पर 10 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बजट पड़ रहा है.
आपको बता दें कि लंगर में खाना बनाने के लिए हर दिन करीब 100 एलपीजी सिलेंडर और 5000 किलो लकड़ी लगती है. यहां ऐसी रोटी मेकिंग मशीन भी है, जोकि एक घंटे में 25000 रोटियां बनाने में सक्षम हैं.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.