प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी की राजधानी लखनऊ में रविवार को 60 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले कई प्रोजेक्ट की शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में हिस्सा लिया और निवेशकों को संबोधित किया.
LIVE: PM Shri @narendramodi at the inauguration of various development projects in Lucknow, UP. #UPToNewIndia https://t.co/6fG6es2Y0Z
— BJP (@BJP4India) July 29, 2018
पीएम मोदी ने जो प्रोजेक्ट लॉन्च किए उनमें टीसीएस नोएडा में आईटी/आईटीईएस सेंटर की स्थापना भी शामिल है. पूरा प्रोजेक्ट 2300 करोड़ का होगा. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इससे लगभग 30 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है. इसके अलावा बिजनौर में सीमेंट प्लांट, बरेली में प्रोसेसिंग यूनिट और गोरखपुर में इंटिग्रेटेड स्टील प्लांट और हरदोई में इंटीग्रेटेड पेंट प्लांट का भी शिलान्यास किया.
In its endeavour to attract investments and promote industrialisation, the Government of Uttar Pradesh had organised the UP Investors Summit in February 2018.
— PMO India (@PMOIndia) July 29, 2018
निवेशकों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, पांच महीने में ये दूसरी बार है जब उद्योग जगत से जुड़े साथियों के साथ मैं यहां लखनऊ में मिल रहा हूं. इससे पहले फरवरी में यूपी इन्वेस्टर्स समिट के लिए भी आप आए थे. मुझे प्रसन्नता है कि उस संकल्प को जमीन पर उतारने की कड़ी में आज बड़ा कदम उठ रहा है.
पीएम मोदी ने आगे कहा, मैं लंबे अरसे तक मुख्यमंत्री रहा हूं. औद्योगिक गतिविधि से जुड़े राज्य से आया हूं. 60 हजार करोड़ रुपए का निवेश कम नहीं होता. आपको अंदाजा नहीं है कि आपने अकल्पनीय कार्य किया है. उन्होंने कहा, कुछ लोग इसे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी कह रहे हैं लेकिन मैं इसे रिकॉर्ड ब्रेकिंग सेरेमनी कहूंगा. इतने कम समय में जिस प्रकार प्रक्रियाओं को तेजी से आगे बढ़ाया गया है, पुराने तौर तरीकों को बदला गया है, ऐसा उत्तर प्रदेश में देखने को नहीं मिलता था.
प्रधानमंत्री ने कहा, देश के उद्योगपतियों की देश को बनाने में अहम भूमिका रहती है. क्या हम उन्हें अपमानित करेंगे? चोर, लूटेरे कहेंगे? हां जो गलत काम करेगा उसको जेल में जिंदगी गुजारनी पड़ेगी.
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में पेटीएम, गेल, एचपीसीएल, टीसीएस, बीएल एग्रो, कनोडिया ग्रुप, एसीसी सीमेंट, मेट्रो कैश एंड कैरी, पीटीसी इंडस्ट्रीज, गोल्डी मसाले, डीसीएम श्रीराम समेत कई उद्योग घरानों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं.
इससे पहले शनिवार को पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘भागीदार‘ वाली हाल की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि वह इस इल्जाम को ‘इनाम‘ मानते हैं.
इसी के साथ प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें देश के गरीबों के दुख का भागीदार होने पर गर्व है. दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष ने पिछले दिनों संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री पर भागीदार होने का आरोप लगाया था.
शनिवार को लखनऊ में इस आरोप का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘इन दिनों मुझ पर एक इल्जाम लगाया गया है कि मैं चौकीदार नहीं, भागीदार हूं लेकिन देशवासियों मैं इस इल्जाम को इनाम मानता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे गर्व है कि मैं भागीदार हूं. मैं देश के गरीबों के दुखों का भागीदार हूं. मेहनतकश मजदूरों के दुखों और हर दुखियारी मां की तकलीफों का भागीदार हूं. मैं उस हर मां के दर्द का भागीदार हूं जो लकड़ियां बीनकर घर का चूल्हा जलाती हैं. मैं उस किसान के दर्द का भागीदार हूं जिसकी फसल सूखे या पानी में बर्बाद हो जाती है. मैं भागीदार हूं, उन जवानों के जुनून का, जो हड्डी गलाने वाली सर्दी और झुलसाने वाली गर्मी में देश की रक्षा करते हैं.’
असम में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रैली में कहा था कि सीआरपीएफ जवानों का त्याग बेकार नहीं जाएगा क्योंकि केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं बल्कि बीजेपी की सरकार है.
मनमोहन सिंह ने कहा कि किसानों के जरिए आत्महत्या करने और किसान आंदोलन के कारण अर्थव्यवस्था असंतुलन के बारे में पता चलता है.
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