मध्यप्रदेश में पुलिस को कमलनाथ सरकार में गुरुवार को अपना पहला वीक-ऑफ मिला. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनती है तो पुलिसकर्मियों को वीक-ऑफ देंगे. जिसे उन्होंने अब पूरा भी कर दिया है. वीक-ऑफ को लागू किए जाने के बाद मध्यप्रदेश में पुलिस परिवारों में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है. पुलिसकर्मियों के लिए ये किसी त्यौहार से कम नहीं है, क्योंकि वीक-ऑफ मिलना सपने के सच होने जैसा है.
कब तक पुलिस का वीकली ऑफ...
हालांकि वीकली ऑफ मिलने के बाद अब सवाल ये खड़ा होने लगा है कि ये वीक ऑफ पुलिस को कब तक मिलेगा. ये सवाल इसलिए भी है, क्योंकि शिवराज सरकार में भी वीकली ऑफ शुरू होकर बंद हो चुका है. इसे बंद करने की वजह जांच अधिकारियों और फोर्स की कमी को बताया गया था. पुलिस विभाग में अभी भी 24 हजार से ज्यादा पद खाली हैं. 1 लाख 19 हजार 600 पुलिस फोर्स में 70 हजार कांस्टेबल हैं.
कब-कब हुआ मध्यप्रदेश में ऑफ का ऐलान
- 2014 में तत्कालीन गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने ड्यूटी की वजह से पुलिसकर्मी में तनाव होने के चलते उन्हें महीने में एक दिन अवकाश देने का ऐलान किया था.
- 2016 में तत्कालीन गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने पुलिसकर्मियों को मासिक और फिर साप्ताहिक अवकाश देने की घोषणा की थी.
- डीजीपी ऋषि शुक्ला ने 13 दिसंबर 2016 को तनावमुक्ति के लिए स्वयं के साथ ही पत्नी और बच्चों के जन्मदिन, शादी की सालगिरह पर अवकाश देने के निर्देश दिए थे.
- ऐसा ही आदेश 6 अक्टूबर 2017 को फिर से डीजीपी ने जारी किया था.
- पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 16 जनवरी 2016 को पुलिस मुख्यालय में आयोजित आईपीएस सर्विस मीट के शुभारंभ करते हुए अवकाश की घोषणा की थी.
(साभार न्यूज 18)
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.