नोबेल पुरस्कार विजेता और जानेमाने बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी ने बाल यौन उत्पीड़न के गुनाहगारों का हर स्तर पर बहिष्कार करने का आह्वान करते हुए कहा कि इस तरह के अपराधों के लिए सभी देशों और धर्मों में ‘बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति’ होनी चाहिए.
सत्यार्थी ने ट्वीट किया, ‘यौन उत्पीड़न के गुनाहगारों का बहिष्कार होना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘कोई भी धर्म या अस्था अपराधियों का संरक्षण नहीं करती है. बाल यौन उत्पीड़न को लेकर सभी देशों और धर्मों में ‘बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति’ होनी चाहिए.’ सत्यार्थी ने अर्जेंटीना के एक धार्मिक स्थल में यौन उत्पीड़न की कथित घटना से जुड़ी खबर को रीट्वीट करते हुए यह टिप्पणी की.
Perpetrators of sexual abuse must be boycotted. Victims must fearlessly stand against clerical abuse. No faith or religion protects the criminals. It's time we demand "Zero Tolerance" policy against child sexual abuse across all countries and religions. https://t.co/1AHZTrDGLW
— Kailash Satyarthi (@k_satyarthi) October 27, 2017
दिल्ली के कन्हैया नगर इलाके में एक स्कूल वैन की दूध टैंकर से भीषण टक्कर हुई
माता पिता का आरोप है कि मदरसा के मौलवी को लड़की के बंदी बनाकर रखे जाने के बारे में पता था
भारत जैसे देश के लिए इसे अच्छी खबर नहीं मान सकते क्योंकि ऐसे देश अपनी खपत का 80 प्रतिशत हिस्सा निर्यात करते हैं
ऐसा लगता है कि राजस्थान पुलिस ने पूर्व के अनुभवों से सबक सीखा है, 2013 में आसाराम के जेल जाने पर उसके ताकतवर समर्थकों की तोड़फोड़ और बीते साल अगस्त में राम रहीम के भक्तों की पुलिस से भिड़ंत.
एडीआर की एक रिपोर्ट में कहा गया है , ‘लोकसभा के 15 मौजूदा सदस्यों ने अपने खिलाफ नफरत फैलाने वाले भाषण को लेकर मामला दर्ज होने की बात की है'