छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में नक्सलियों की धमकी से डरे 4 आदिवासी परिवारों ने अपना घरबार छोड़ दिया है. बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने इन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी.
कोंडागांव के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक पल्लव ने बताया कि अबूझमाड़ इलाके (नक्सलियों का मजबूत गढ़) के दूरदराज में स्थित बेचा गांव से बच निकलने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि इन परिवारों के करीब 24 लोगों ने अपने बच्चों के साथ गांव छोड़ दिया जिसकी सही संख्या के बारे में जानकारी नहीं है.
Chattisgarh: 24 persons from a village in Kondagaon who have been ordered to leave their village by the Naxals, say,"Naxals threatened to kill us and asked us to leave the village. We trust the police so we have come to them." (28/7/2018) pic.twitter.com/oLFHSfycoo
— ANI (@ANI) July 28, 2018
एसपी ने बताया कि पीड़ित लोगों ने कहा कि उनके कुछ परिजनों के पुलिस बल में शामिल होने के कारण नक्सलियों ने उन पर मुखबिरी का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि इन आदिवासियों पर कथित तौर पर नक्सलियों का समर्थन करने का दबाव था लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया. जिसके बाद नक्सलियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी.
शुक्रवार रात में पीड़ितों को पता चला कि नक्सली उनके परिवार के सदस्यों को दोषी ठहराने के लिए एक ‘जन अदालत’ लगाने वाले हैं. इसके बाद उन्होंने शनिवार सुबह गांव से भागकर अपनी जान बचाई.
पल्लव ने बताया कि डरे-सहमे इन परिवारों के प्रमुखों को कोंडागांव जिला मुख्यालय लाया गया.
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