सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (CBSE) ने अंडरग्रेजुएट एग्जाम के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (NEET) 2018 के एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं. छात्र बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट cbse.nic.in पर लॉगइन कर अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं. हॉल टिक्ट्स लंबे इंतजार के बाद जारी की गई हैं. NEET (UG) 2018 एग्जाम रविवार को 6 मई को सुबह 10 बजे कंडक्ट कराया जाएगा. सीबीएसई ने कहा है कि एग्जाम के शेड्यूल में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. फिर चाहे एग्जाम के दिन पब्लिक हॉलीडे ही क्यों न पड़ जाए.
आपको बता दें कि सिंगल विंडो ऑल इंडिया लेवल एग्जाम के तौर पर सीबीएसई नीट 2018 का एग्जाम आयोजित करेगा. एनईईटी 2018 के जरिए सरकारी कॉलेजों, प्राइवेट कॉलेजों, डीम्ड यूनिवर्सिटीज और सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में एमबीबीएस, बीडीएस की सीटें भरी जाएंगी. हालांकि, एम्स और जेआईपीएमईआर इससे बाहर रहेंगे. NEET ने पहले के एआईपीएमटी (ऑल इंडिया प्री-मेडिकल टेस्ट) और सभी स्टेट-लेवल और यूनिवर्सिटी लेवल एंट्रेंस परीक्षाओं की जगह ले ली है. 2017 के बाद से भारत में मेडिकल और डेंटल एडमिशंस के लिए यह एक कॉमन प्लेटफॉर्म के तौर पर काम कर रहा है.
लंबी देरी के बाद NEET 2018 रजिस्ट्रेशन 8 फरवरी को शुरू हो गए हैं. प्रॉस्पेक्टस को देखने पर पता चलता है कि परीक्षा के दायरे, योग्यता और भाषाओं की संख्या के आधार पर इस परीक्षा में कई बड़े बदलाव किए गए हैं.
इस साल एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया क्या है?
NEET एलिजिबिलटी क्राइटेरिया के मुताबिक, भारतीय नागरिक, एनआरआई, ओवरसीज सिटीजंस ऑफ इंडिया (ओसीआई) और पर्संस ऑफ इंडियन ओरिजिन (पीआईओ) सभी को परीक्षा में बैठने की इजाजत है.
केवल साइंस स्ट्रीम के ऐसे स्टूडेंट्स जिन्होंने कक्षा 11 और 12 में कोर सब्जेक्ट्स के तौर पर फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और इंग्लिश की पढ़ाई की है, उन्हें ही NEET के जरिए एमबीबीएस और बीडीएस सीटों के लिए एडमिशन की योग्यता हासिल होगी. इन छात्रों को 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी को औसत 50 पर्सेंट अंकों (रिजर्व कैटेगरी के लिए 40 पर्सेंट) के साथ पास करना जरूरी है.
उम्मीदवारों की उम्र इस साल 31 दिसंबर को 17 साल पूरी हो जानी चाहिए. इनका जन्म 7 मई 1993 को या इसके बाद (रिजर्व कैटेगरी के लिए 1988) होना चाहिए.
हालांकि विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पाकिस्तान में बिना किसी बाधा के काम कर रही थी.
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