सीबीआई के संयुक्त निदेशक वी मुरुगेसन को विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों की जांच से हटाकर कोयला घोटाले से जुड़े मामलों की जांच का जिम्मा सौंपा गया है. एक आंतरिक आदेश में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई.
पीटीआई के पास मौजूद आदेश के अनुसार, निदेशक (प्रभारी) एम नागेश्वर राव से अस्थाना के खिलाफ जांच की जिम्मेदारी पाने वाले मुरुगेसन को ‘कोयला घोटाले से जुड़े मामलों को शीघ्र गति से पूरा करने के’ प्रयासों के तहत स्थानान्तरित किया गया है.
आदेश में कहा गया कि मुरुगेसन संयुक्त निदेशक एसी (एचक्यू)-1 जोन का अतिरिक्त प्रभार वापस ले लिया गया है क्योंकि काम के ज्यादा बोझ वाला यह जोन उनका ज्यादातर ‘समय और ध्यान’ ले लेता है.
मुरुगेसन का पदभार अब संयुक्त निदेशक जी के गोस्वामी को सौंपा गया है जो लखनऊ जोन की अपनी जिम्मेदारी के अलावा एसी (एचक्यू)-1 जोन भी संभालेंगे जहां अस्थाना के खिलाफ मामला दर्ज है.
आदेश में कहा गया कि दिल्ली जोन की भ्रष्टाचार रोधी शाखा का जिम्मा संभाल रहे एक अन्य संयुक्त निदेशक विनीत विनायक का भी स्थानान्तरण किया गया है. उनका पद अब अतिरिक्त निदेशक प्रवीण सिन्हा को दिया गया है.
सीबीआई ने 15 अक्टूबर 2018 को अस्थाना के खिलाफ FIR दर्ज करके उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे. कारोबारी सतीश बाबू सना की शिकायत के आधार पर आरोप लगे हैं.
सना से मोइन कुरैशी मामले की जांच कर रही अस्थाना की विशेष टीम ने पूछताछ की थी. कारोबारी ने आरोप लगाया था कि दुबई के एक बिचौलिये ने विशेष निदेशक से उसके कथित संबंधों की मदद से दो करोड़ रुपये की रिश्वत के बदले उनके लिए राहत का प्रस्ताव रखा था.
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संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.