बुलंदशहर में हुई हिंसा में कथित तौर पर शामिल सेना के जवान को उसकी यूनिट ने हिरासत में ले लिया है. जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को 22 राष्ट्रीय राइफल ने हिरासत में लिया है.
धर्मेंद्र मलिक के भाई ने न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि मेरे भाई को किसी साजिश में फंसाया जा रहा है, वह इंस्पेक्टर की हत्या में शामिल नहीं है. मेरे सबूत है कि मेरा भाई घटनास्थल पर मौजूद नहीं था. मैं मुख्यमंत्री जी से मदद मांगी है.
Dharmendra Malik,brother of army jawan named in #Bulandshar FIR:My brother is being trapped in some conspiracy,he's not involved in the killing of Inspector. I've evidence to prove that my brother wasn't present at the site where the incident took place. I request CM to help me. pic.twitter.com/AiaOTj146e
— ANI UP (@ANINewsUP) December 8, 2018
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इसके बाद आरोपी को हिरासत में लेने के लिए उत्तर प्रदेश की एसआईटी जाएगी.
इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार और स्थानीय नागरिक सुमित कुमार की मौत हो गई थी. घटना की वीडियो सामने आई थी जिसमें सेना का जवान जितेंद्र दिख रहा था.
जानकारी के मुताबिक, घटना के समय फौजी छुट्टी पर आया हुआ था और उसने अवैध कट्टे से इंस्पेक्टर को गोली मारी थी. वारदात के बाद फौजी जम्मू भाग गया था. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही थी.
इस बारे में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत से भी सवाल पूछा गया. जिसके जवाब में उन्होंने कहा था कि अगर कोई सबूत मिलते हैं और पुलिस को वो (जितेंद्र) संदिग्ध लगता है. तो हम उसे पुलिस के समक्ष पेश करेंगे और साथ ही इस मामले में पुलिस का पूरी तरह से सहयोग भी करेंगे.
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