गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पिछले साल ऑक्सीजन की कमी के कारण बड़ी संख्या में मरीज बच्चों की मौत के मामले में गिरफ्तार डॉक्टर कफील खान को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बुधवार को बेल मिल गई. जस्टिस यशवंत वर्मा ने उनकी याचिका को सुनने के बाद बेल दे दिया.
आपराधिक षड्यंत्र, गैर इरादतन हत्या और सरकारी कर्मचारी द्वारा अपराध का उल्लंघन करने के आरोपों में गिरफ्तार डॉ कफील खान 2 सितंबर 2017 से गोरखपुर के एक जेल में बंद हैं.
हाल ही में डॉ कफील ने जेल से एक पत्र लिख कर कहा था कि कुछ लोगों को साथ मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा है, जबकि यह पूर्णतः प्रबंधन स्तर पर प्रशासनिक विफलता का मामला है.
डॉ कफील खान की पत्नी ने इस पत्र को पिछले सप्ताह ही प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में जारी किया था. खान ने इस पत्र में लिखा है कि 10 अगस्त 2017 को मैं सैंक्शन्ड लीव पर था. जैसे ही मुझे बच्चों की मौत की जानकारी वॉट्सऐप के जरिए मिली, मैंने वो सब कुछ किया जो एक डॉक्टर, एक पिता, और देश का एक जिम्मेदार नागरिक करता है. मैंने उन प्रत्येक बच्चे को बचाने की कोशिश की जिनकी जान अचानक ऑक्सीजन की सप्लाई रुक जाने के कारण खतरे में थी.
हाल ही में डॉ खान की पत्नी ने अपने पति औऱ अन्य आरोपी डॉक्टरों की जेल में हत्या की आशंका जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि 29 मार्च को दिल का जबरदस्त दौरा पड़ा था मगर उन्हें समुचित इलाज नहीं दिया गया. इसके अलावा गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य और बच्चों की मौत के मामले में गिरफ्तार किए गए डॉक्टर राजीव मिश्रा भी लीवर की बीमारी और शुगर से पीड़ित हैं उन्हें भी समुचित चिकित्सीय सहायता नहीं दी जा रही है.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.