हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.
पतंजलि आयुर्वेद को नागपुर में मामूली कीमत पर जमीन देने पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने सवाल उठाया है. हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा कि- क्या नागपुर में पतंजलि आयुर्वेद को 600 एकड़ से ज्यादा आवंटित जमीन मामूली कीमत पर दी गई. अगर इस तरह की कोई ‘छूट’ दी गई तो उसके आधार क्या थे.
चीफ जस्टिस मंजुला चेल्लुर और जस्टिस जीएस कुलकर्णी की खंडपीठ मुंबई कांग्रेस के प्रमुख संजय निरूपम की उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी. जिसमें उन्होंने कंपनी को जमीन आवंटन में गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं.
नागपुर के मल्टी मॉडल इंटरनेशनल हब एयरपोर्ट (एमआईएचएएन) में पतंजलि को फूड पार्क बनाने के लिए जमीन आवंटन किया गया है. शुक्रवार को पीठ ने सरकार को छह हफ्ते के अंदर इसपर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है.
कंपनी को किस आधार पर यह 'छूट' दी गई है?
अदालत ने कहा कि हलफनामे में जमीन आवंटन से संबंधित सभी कागज और ब्योरा होंगे. चीफ जस्टिस चेल्लुर ने कहा ‘हम केवल इतना जानना चाहते हैं कि अगर कंपनी को छूट दी गई है तो किस आधार पर दी गई है. हम जानना चाहते हैं कि क्या मामूली कीमत पर जमीन दी गई है.’
अदालत ने कहा ‘हम जानना चाहते हैं कि क्या किसानों की जमीन लेकर कंपनी को आवंटित किया गया है.’
उन्होंने कहा कि हलफनामे में सरकार को कंपनी की तरफ से सौंपे गए प्रस्ताव को शामिल किया जाना चाहिए.