live
S M L

चीन की डिजिटल घुसपैठ? फोन पर नेटवर्क से लेकर टाइम तक 'वेलकम टू चाइना'

नेटवर्क आते ही फोन में संदेश आ रहा है वेलकम टू चाइना. यहां तक कि फोन में चीनी समय दिख रहा है और सबकुछ मैंडेरिन में लिखा हुआ है

Updated On: Apr 02, 2018 02:33 PM IST

FP Staff

0
चीन की डिजिटल घुसपैठ? फोन पर नेटवर्क से लेकर टाइम तक 'वेलकम टू चाइना'

क्या चीन ने अरुणाचल प्रदेश में कुछ ऐसा जाल बिछाया है, जिसके बारे में हम बिल्कुल अनजान है? अरुणाचल प्रदेश के किबितू और काहो में हैरान करने वाली घटना हो रही है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां किसी के भी फोन में चीनी कंपनी का नेटवर्क आ रहा है. और नेटवर्क आते ही फोन में संदेश आ रहा है वेलकम टू चाइना. यहां तक कि फोन में चीनी समय दिख रहा है और सबकुछ मैंडेरिन में लिखा हुआ है.

अरुणाचल का ये इलाका काफी पिछड़ा हुआ है. यहां रोड वगैरह की भी सुविधा नहीं है. यहां भूस्खलन भी आते रहते हैं. वहीं भारत-चीन बॉर्डर (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) के उस पार चीनी सेना ने अपने लिए अच्छा-खासा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रखा है. वहां तिमंजिला मकान, चौड़ी, सपाट रोड जैसी संरचनाएं इस पार से भी दिखाई देती हैं. डोकलाम विवाद के बाद से ही भारत और चीन में लगातार टकराव की स्थिति बनी हुई है, ऐसे में ये चीन का नया पैंतरा लगता है.

लेकिन ऐसा कैसे संभव है?

इस इलाके में चीनी मोबाइल नेटवर्क मिलने पर पीएलए पर नजर रखने वाले एक भारतीय अधिकारी ने कहा कि इस इलाके में कनेक्टिविटी की समस्या है. यहां न मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी है न रोड कनेक्टिविटी. यहां तक कि अगर कोई भारतीय सैनिक घायल हो जाए तो उसे निकालना भी एक चुनौती बन जाता है क्योंकि यहां हमेशा भूस्खलन आते रहते हैं. उन्होंने कहा कि उनके लिए असल चुनौती रोड, ब्रिज और इंटर वैली कनेक्टिविटी है न कि मिलिट्री औजार या सैनिकों की.

चीन ने अबतक उत्तर-पूर्वी बॉर्डर की तरफ काफी अच्छा खासा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर लिया है. तिब्बत के स्वायत्त क्षेत्र में चीन ने 14 एयरबेस, एक बड़ा रेल नेटवर्क और 58 हजार किलोमीटर लंबा रोड बनाया है. अपने इस सुविधा के चलते चीन अपनी 30-32 डिवीजनों, जिसमें 12 हजार ट्रूप्स हैं, को आसानी से वहां तैनात कर सकता है.

ऐसे में जमीन का भूखा चीन अगर किसी तरह के नेटवर्क से भारतीय इलाके में छेड़छाड़ कर रहा हो तो आश्चर्य नहीं. लेकिन भारत इतने सालों से चीन से त्रस्त होते हुए भी अभी तक एक ठीक-ठाक ढांचा भी खड़ा नहीं कर पाया है. इस नेटवर्क में गड़बड़ी के मामले की गंभीरता को समझना जरूरी है.

0

अन्य बड़ी खबरें

वीडियो
KUMBH: IT's MORE THAN A MELA

क्रिकेट स्कोर्स और भी

Firstpost Hindi