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जनधन खाते में महीने में 4 मुफ्त ट्रांजेक्शन के बाद फ्रीज हो रहे हैं खाते?

एचडीएफसी और सिटी जैसे बैंक तो चार मुफ्त लेनदेन के बाद जनधन खाते को सामान्य खाते में बदल रहे हैं

Updated On: May 28, 2018 02:17 PM IST

FP Staff

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जनधन खाते में महीने में 4 मुफ्त ट्रांजेक्शन के बाद फ्रीज हो रहे हैं खाते?

एकतरफ रिजर्व बैंक 'जीरो बैलेंस जीरो चार्जेज' बैंक खाते खोलने का अभियान चला रहा है, तो दूसरी ओर करोड़ों ऐसे बचत खाता अकाउंट हैं जिन पर बंद होने का खतरा मंडरा रहा है. इन खातों में प्रधानमंत्री जनधन अकाउंट भी शामिल है.

जनधन खाते में प्रति महीने बस चार मुफ्त ट्रांजेक्शन की सुविधा मिल रही है. चूंकि इन चार लेनदेन का कोई शुल्क नहीं लगता है, इसलिए चार के बाद कई खाते फ्रीज हो रहे हैं. एचडीएफसी और सिटी जैसे बैंक तो चार मुफ्त लेनदेन के बाद जनधन खाते को सामान्य खाते में बदल रहे हैं. सामान्य खाते का अर्थ है अगर न्यूनतम राशि खाते में न रखी गई तो कस्टमर को इसका हर्जाना भरना पड़ेगा.

ज्यादा से ज्यादा लोगों को बैंक खाते से जोड़ा जाए इसके लिए बचत खाते की योजना शुरू की गई. लोग इस खाते के प्रति आकर्षित हों इसके लिए लेनदेन को मुफ्त रखा गया. बैंकों पर भी ज्यादा दबाव न पड़े इसके लिए महीने में चार ट्रांजसेक्शन मुफ्त रखे गए. इतना ही नहीं, बैंकों ने 4 डेबिट ट्रांजेक्शन को भी कुल लेनदेन में समेट दिया. आरटीजीएस, एनईएफटी, क्लियरिंग, ब्रांच विड्रॉल, ट्रांसफर, इंटरनेट डेबिट और ईएमआई को मिलाकर चार से ज्यादा मुफ्त ट्रांजेक्शन पर रोक लगा दी गई.

महीने में चार ट्रांजेक्शन पूरा होते ही बैंक खाते फ्रीज हो रहे हैं. इसका मतलब यह हुआ कि दो बार अगर पैसे निकाल लिए और 20 दिन में दो बार डेबिट कार्ड का उपयोग कर लिया तो अब ट्रांजेक्शन के लिए अगले महीने तक इंतजार करना होगा.

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और एक्सिस बैंक महीने में चार मुफ्त ट्रांजेक्शन के बाद बचत खाता अकाउंट फ्रीज कर रहे हैं. एचडीएफसी और सिटी बैंक का कहना है कि चार मुफ्त ट्रांजेक्शन के बाद बेसिक अकाउंट को रेगुलर अकाउंट में बदलेंगे. आईसीआईसीआई बैंक ने शुरू में चार के बाद पांचवे ट्रांजेक्शन का शुल्क वसूलना शुरू कर दिया था लेकिन बाद में शुल्क लौटा दिया. चार के बाद उसका ट्रांजेक्शन अभी मुफ्त है.

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