पुराने फरीदाबाद के खेड़ी रोड स्वर्गाश्रम में लगे इस बोर्ड की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रही है. दैनिक जागरण के मुताबिक जब इस बोर्ड की सच्चाई पता करने की कोशिश हूई तो एक अलग ही कहानी सामने आई.
दरअसल कई बार मृतक के परिवार वाले गमगीन माहौल में मरनेवाले का पूरा नाम-पता नहीं लिखवाते हैं. या शवयात्रा में आया कोई दूसरा व्यक्ति गलत पता या गलत पिता के नाम जैसी जानकारियां लिखवा देता है. ऐसी स्थिति में बाद में मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने में समस्या होती है. इसलिए शमशान प्रबंधन ने ये बोर्ड लोगों को सही जानकारी भरने के लिए प्रेरित करने के लिए लगवाया है. आधार कार्ड के बिना अंतिम संस्कार रोकने का कोई नियम नहीं बना है.
बोर्ड को उम्मीद है कि इस बोर्ड के चलते लोग सही जानकारी दर्ज करवाएंगे. वैसे इस समय तमाम टेलीकॉम कंपनियां और बैंक शाम तक नंबर या खाता बंद करवा देने की धमकी देकर आधार कार्ड की डिटेल जमा करवा रही हैं. ये मामला भी उसी चलन का हिस्सा है.
हंदवाड़ा में भी आतंकियों के साथ एक एनकाउंटर चल रहा है. बताया जा रहा है कि यहां के यारू इलाके में जवानों ने दो आतंकियों को घेर रखा है
कांग्रेस में शामिल हो कर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत करने जा रहीं फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर का कहना है कि वह ग्लैमर के कारण नहीं बल्कि विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हैं
पीएम के संबोधन पर राहुल गांधी ने उनपर कुछ इसतरह तंज कसा.
मलाइका अरोड़ा दूसरी बार शादी करने जा रही हैं
संयुक्त निदेशक स्तर के एक अधिकारी को जरूरी दस्तावेजों के साथ बुधवार लंदन रवाना होने का काम सौंपा गया है.