कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (जीएसएमएमसी) के आईसीयू वॉर्ड का एसी खराब होने से 5 मरीजों की मौत का मामला सामने आया है.
न्यूज18 की खबरों के मुताबिक जिस समय एसी फेल हुआ, उस वक्त आईसीयू में चार बच्चों समेत 11 मरीज भर्ती थे. अस्पताल प्रशासन ने मौत की जांच के आदेश दे दिए हैं लेकिन डॉक्टरों ने मामले में लीपापोती भी शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि मौत एसी फेल होने की वजह से नहीं हुई है. सभी मृतक मरीजों की हालत गंभीर थी. जैसा कि अस्पताल के प्रिंसिपल ने कहा कि मरीजों की मौत हार्ट अटैक और गंभीर बीमारी के कारण हुई है.
बताया जा रहा है कि एसी में पिछले कई दिनों से खराबी आ रही थी लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया और जुगाड़ से काम चलाया जाता रहा. गुरुवार को आईसीयू के सारे एसी बंद हो गए. एसी के ज्यादा गरम होने के कारण सभी उपकरणों ने काम करना बंद कर दिया. जिसकी वजह से इंद्रपाल (75), गया प्रसाद (75), रसूल बख्श (55), मुरारी (56) और एक अन्य मरीज की मौत हो गई.
दूसरी ओर आईसीयू प्रभारी डॉ सौरभ अग्रवाल का कहना है कि बीते 24 घंटे में पांच मरीजों की मौत तो हुई है लेकिन एसी प्लांट फेल होने से नहीं. तीन मरीजों की मौत हार्ट अटैक से जबकि दो मरीज काफी गंभीर थे. उन्हें देर रात न्यूरोसर्जरी आईसीयू में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही थी.
उधर एसी प्लांट खराब होने से गंभीर मरीजों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. कहा जा रहा है कि काफी दिनों से मेंटेनेंस नहीं होने की वजह से गुरुवार को प्लांट पूरी तरह ठप हो गया. जिसके बाद 12 बेड वाले आईसीयू के खिड़की और दरवाजे खोल दिए गए. तीमारदार अपने हाथों से पंखे झलने लगे.
अस्पताल का मेडिसिन प्रशासन मानता है कि आईसीयू का एसी प्लांट खराब है और शुक्रवार तक इसके ठीक होने की उम्मीद है. अपर जिला मजिस्ट्रेट सतीश पाल ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी लेकिन उन्होंने माना कि अस्पताल प्रशासन ने कुछ और व्यवस्थाएं करने में कोताही दिखाई. कानपुर के एडीएम भी मानते हैं कि आईसीयू का एसी प्लांट तुरंत सही न कराया जाना एक गंभीर लापरवाही है. दोषी दंडित होंगे.
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