फिल्मी सितारों के बच्चों पर मीडिया की बहुत नजर होती है. कैमरे लगातार उनका पीछा करते हैं. इसीलिए सितारों के ये बच्चे अगर फिल्म देखने के लिए भी घर से निकलते हैं तो, सुरक्षा गार्ड्स के साथ ही निकलते हैं. इनमें से कई स्टार किड्स जल्द ही फिल्मों में भी दिखाई देंगे.
सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान इनमें से एक हैं. पिछले दो साल से मीडिया उनके फिल्मों में आने की भविष्यवाणी कर रहा था. पहले करण जौहर की फिल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर में सारा अली खान के लॉन्च होने की बात हो रही थी.
हालांकि स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2 में एक और स्टार किड अनन्या को लिया गया है. हाल ही में ग्रेजुएट हुईं अनन्या ने फिल्मों में काम करने की ख्वाहिश जताई थी. सितारों के बच्चों की नई पौध में सारा अली खान को सबसे प्रतिभाशाली बताया जा रहा है. अब तक जिन्होंने भी उन्हें एक्टिंग करते देखा है, उन्होंने सारा की जमकर तारीफ की है.
लेकिन, सितारों के इन बच्चों की आजकल ज्यादा चर्चा इनके निजी रिश्तों को लेकर होती है. जैसे सारा अली खान और हर्षवर्धन कपूर का नाम एक-दूसरे से जोड़ा जा रहा है. इनके साथ घूमने की तस्वीरें मीडिया में अक्सर सुर्खियां बटोरती हैं.
इसी तरह जाह्नवी कपूर ने ये बाद में तय किया कि वो फिल्मों में काम करेंगी, उनकी तस्वीरें पहले ही मीडिया में आ गई थीं. वो हमेशा सलीके का लिबास पहने ही नजर आईं. मीडिया को हमेशा उनकी सलीके वाली तस्वीरें दिखाने का ही मौका मिला.
भले ही वो हवाई अड्डे पर देखी गई हों या फिर दोस्तों के साथ रात में मौज-मस्ती करने निकली हों. हाल ही में जाह्नवी और खुशी को मॉम फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के दौरान श्रीदेवी की बेटियों नहीं बल्कि सितारों की तरह आते हुए देखा गया. ऐसे ही तो उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में आने के लिए तैयार किया जाता है.
कुछ जानकार मानते हैं सितारों के बच्चों का ज्यादा जोर मार्केटिंग पर होता है. वो एक्टिंग पर ध्यान नहीं देते. इसके अलावा वो सोशल मीडिया पर भी काफी वक्त गुजारते हैं. जबकि उन्हें अपनी एक्टिंग और डांसिंग को बेहतर करने पर ध्यान देना चाहिए. न तो मीडिया और न ही फिल्म इंडस्ट्री, बाहरी लोगों को इसका हिस्सा बनने देना चाहते हैं.
हम काफी दिनों से सुन रहे हैं कि अमिताभ बच्चन की नातिन नव्या नवेली फिल्मों में आना चाहती हैं. वो पहले से ही सोशल मीडिया की स्टार हैं. इसी तरह करीना कपूर और सैफ का बेटा तैमूर पैदा होते ही सोशल मीडिया पर छा गया.
यही हाल सलमान खान के भतीजे अहिल खान का है, जिसके सोशल मीडिया पर काफी चर्चे हो रहे हैं.
बहुत से सितारों के बच्चे कैमरे के सामने आना चाहते हैं. लेकिन कई ऐसे भी हैं जो सुर्खियों से दूर ही रहते हैं. जैसे शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान. वो हमेशा ही मीडिया से बचने की कोशिश करती हैं.
इसके बावजूद मीडिया के लोग उनका पीछा करते हैं. एक बार जब वो अहान पांडे से बात कर रही थीं तो कैमरामैन उनके पीछे लग गए. सुहाना को कमोबेश वहां से भागना पड़ा.
सीनियर फोटोग्राफर कहते हैं कि सितारों के बच्चों में मीडिया की हमेशा से दिलचस्पी रही है. पहली बात तो ये कि वो सितारों के बच्चे होते हैं. इनमें से कई आगे चलकर फिल्मों में आने की तैयारी कर रहे होते हैं.
इसलिए भी उनमें लोगों की दिलचस्पी होती है. उनकी ज्यादा से ज्यादा तस्वीरों की चाह होती है. मीडिया इसी वजह से स्टार किड्स में काफी दिलचस्पी लेता है.
सोशल मीडिया के जानकार दीपक करमबेल्कर कहते हैं कि सितारों के बच्चे सोशल मीडिया के स्टार होते हैं. आम लोगों को सोशल मीडिया में ऊंचा मकाम हासिल करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है.
साथ ही अपना प्रोफाइल बनाने और प्रचार करने में भी काफी रकम खर्च होती है. वहीं सितारों के बच्चों के बारे में गपशप और कहानियां गढ़ना आसान होता है. अपने मां-बाप की शोहरत का फायदा उठाकर वो सोशल मीडिया पर शोहरत बटोर लेते हैं. अपना प्रचार करने में भी उन्हें सहूलत होती है.
बहुत से सितारों के बच्चों के फैन क्लब बन जाते हैं. इसमें उनका खुद का कोई रोल नहीं होता. अजय देवगन कहते हैं कि बच्चे किसी स्टोर में जाते हैं और वहां कैमरामैन होते हैं. मैंने तो अपने बेटे के घर के बाहर खेलने की एक तस्वीर देखी.
इसी तरह उनकी बेटी न्यासा अब पढ़ने के लिए विदेश जाने वाली है. अजय देवगन मानते हैं कि अक्सर सितारों के बच्चों को ये अहमियत मिलना अच्छा लगने लगता है. हम उन्हें सोशल मीडिया से दूर नहीं रख सकते. उनके फैन क्लब बन जाते हैं.
सीनियर पत्रकार भारती प्रधान कहती हैं "हम खानदानों को पूजने के इतने आदी हैं कि हाल ही में पैदा हुआ तैमूर अली खान को कल का सितारा बताया जा रहा है. जबकि होना ये चाहिए कि उस बच्चे की खूबसूरती और मासूमियत का जिक्र हो और बच्चे को उसके बचपन को एन्जॉय करने के लिए छोड़ दिया जाए. अभी से उसकी नैपी के बजाय उसके स्टारडम का जिक्र क्यों होता है भला?"
यही वजह है कि सारा अली खान, जाह्नवी कपूर और अहान पांडेय जैसे सितारों के बच्चों को मुहूर्त शॉट से पहले ही सितारा बना दिया जाता है.
भारती प्रधान पुराने दौर को याद करते हुए कहती हैं कि पहले सितारों के बच्चों को इतनी अहमियत नहीं मिलती थी. भारती कहती हैं कि वो कई बार राकेश रोशन के घर गईं. लेकिन उन्हें वहां कभी भी ऋतिक रोशन में सितारा नहीं दिखा.
भारती के मुताबिक अस्सी और नब्बे के दशक में मीडिया की पहुंच इतनी नहीं थी. शशि कपूर के बच्चों के बारे में मीडिया में तब चर्चा हुई जब वो फिल्में करने लगे. शशि के बच्चे संजना, कुणाल और करन फिल्मों में उतने कामयाब नहीं हुए. फिर भी उनको लेकर ज़्यादा चर्चा नहीं हुई.
वो सितारों के बच्चे होने के बावजूद उतनी सुर्खियां नहीं बटोर सके. खुद सैफ अली खान अपने मां-बाप की शोहरत के बावजूद मीडिया में उस तरह से नहीं छाए. शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी सोनाक्षी को भी मीडिया ने उतना भाव नहीं दिया था.
जबकि शत्रुघ्न सिन्हा तो सोनाक्षी को अपने साथ अवार्ड समारोहों में भी ले जाते थे. तब भी सोनाक्षी को कोई उभरता हुआ सितारा नहीं, शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी ही कहता था. सोनाक्षी, दबंग फिल्म की कामयाबी के बाद ही स्टार बनीं.
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