पाकिस्तान ने शाहरुख खान की फिल्म ‘रईस’ को अपने यहां प्रदर्शन की अनुमति देने से इनकार कर दिया है. पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड के मुताबिक, इस फिल्म में मुस्लिम समुदाय को गलत तरीके से पेश किया गया है. इसलिए इसे पाकिस्तान में रिलीज करने की इजाजत नहीं दी जा सकती.
सूत्रों के मुताबिक सेंसर बोर्ड में सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधि भी इस फैसले में शामिल थे. सेंसर बोर्ड ने फिल्म को देखने के बाद तीन दिन का समय लिया और फिल्म को मुस्लिम विरोधी करार देते हुए पाकिस्तान के सिनेमाघरों में रिलीज की अनुमति देने से इनकार कर दिया.
डिस्ट्रीब्यूटर्स ने मांगी थी अनुमति
उरी हमले के बाद भारतीय फिल्मों के लिए दरवाजे बंद करने वाले पाकिस्तान का दिल उस समय 'रईस' को लेकर पसीजता नजर आया जब पाकिस्तानी डिस्ट्रीब्यूटर और एग्जिब्यूटर्स संघ ने पाक सिनेमाघरों में ‘रईस’ के प्रदर्शन की अनुमति की गुहार अपने सरकार से लगाईं थी.
डूब रहा है पाकिस्तानी फिल्म उद्योग
दरअसल पाकिस्तानी डिस्ट्रीब्यूटर्स संघ के इस फैसले के पीछे वजूद को बनाए रखने की मजबूरी ज्यादा थी. पिछले चार महीनों में पाकिस्तान का सिनेमा उद्योग 100 करोड़ के घाटे के साथ खस्ताहाली की कगार पर पहुंच चुका है. कई थिएटर बंद हो चुके हैं और कई थिएटर मालिकों ने नया कारोबार शुरू कर दिया है. ऐसे में भारतीय फिल्मों के लिए दरवाजे खुलने की उम्मीद पाक सिने उद्योग के लिए संजीवनी का काम कर सकती थी लेकिन सेंसरबोर्ड ने इस पर पानी फेर दिया.
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माहिरा पाकिस्तानी हैं
रईस की एक्ट्रेस माहिरा खान पाकिस्तानी हैं बावजूद इसके पाकिस्तान की सरकार का दिल नहीं पसीजा, माहिरा के भारत में फिल्म के प्रमोशन पर राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने रोक लगा रखी है. लेकिन फिल्म को दिखाने की मंजूरी शाहरुख ने राज ठाकरे से ले ली थी.
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पाकिस्तानी कलाकारों की बेइज्जती
उरी हमले के बाद कई पाकिस्तानी कलाकारों को भारत छोड़कर जाने की धमकी एमएनएस ने दी थी. पाकिस्तानी कलाकारों पर ये भी दबाव डाला गया था कि वो उरी हमले की आलोचना करें लेकिन फवाद ख़ान और आतिफ असलम जैसे कलाकारों ने उरी अटैक की आलोचना करने से इनकार कर दिया था. इनको उम्मीद थी कि पाकिस्तानी सरकार इनके उद्योग को इतना बड़ा बना देगी कि इन्हें कभी भारत नहीं आना पड़ेगा लेकिन इनकी सरकार ने दिखा दिया है कि उनके लिए फिल्मों की कोई हैसियत नहीं है चाहे पाकिस्तानी कलाकारों ने ही उसमें काम क्यों ना किया हो.
काबिल को मिली मंजूरी
पाकिस्तानी सरकार ने हृतिक रोशन की फिल्म "काबिल ' को पिछले दिनों 'नो ऑब्जेक्शन' सर्टिफिकेट देते हुए पाकिस्तानी में रिलीज करने की इजाजत दे दी थी लेकिन ‘रईस’ के मामले में पेंच फंस गया.
मुस्लिमों के गलत चित्रण का आरोप
पाक सेंसरबोर्ड से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, 'रईस’ में कई ऐसे दृश्य हैं जिसमें मुस्लिम समुदाय की गलत तस्वीर पेश की गई. इस फिल्म को पाक में रिलीज होने की इजाजत देकर हम अपने ही समुदाय का अपमान नहीं कर सकते. समुदाय के ठेकेदार बने पाकिस्तानी सेंसरबोर्ड के इस हठ के कारण शाहरुख खान के पाकिस्तानी चाहने वालों को फिलहाल तो मायूस ही होना पड़ेगा.
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